राम कथा ज्ञान गंगा महोत्सव के आठवें दिन महाराज अनुज दास ने कहा जिसका मन निर्मल है प्रभु को वहीं पसंद है कल होगी महायज्ञ की पूर्ण आहुति
चित्तौड़गढ़ बाबा घाट स्थित श्री राम भरत आश्रम पर श्री राम कथा के आठवें दिन चारो और श्रद्धालुओं और धर्म प्रेमियों के मध्य कथा सुनाते हुए कहा जिस किसी का भी मन निर्मल है, मन कोमल है. मन मे कोई छल अथवा किसी के लिए पाप नहीं है समझ लो वहीं प्रभु को सबसे अधिक प्रिय है उन्होंने कहा भाव के भूखे है भगवान उसे तो सिर्फ आपका श्रद्धा से भरा भाव चाहिए आपका प्रेम चाहिए, आपकी धन दौलत नहीं श्री राम भरत आश्रम के मीडिया प्रभारी विजय मलकानी ने बताया पिछले आठ दिनों से निरंतर दोपहर 1.15 बजे से शाम तक चल रही कथा का कल राम नवमी के अवसर पर दोपहर 12 बजे समापन होगा। कल कथा का समय सुबह 10 बजे से 12 बजे तक रहेगा साथ ही 108 कुण्डीय महायज्ञ की पूर्ण आहुति भी कल दोपहर 12 बजे होगी कथा में आज की उपस्थिति देखकर प्रतीत हो रहा था जैसे समूचा चित्तौड़ शहर उमड़ पड़ा हो धर्म प्रेमियों में श्री राम कथा एवं महायज्ञ के प्रति जबरदस्त प्रेम एवं भाव नजर आया उपस्थित श्रद्धालुओं धर्म प्रेमियों में जहाँ शहर के कई गणमान्य भाई एवं बहने उपस्थित थीं वही मंच को पंडित श्री अनुज दास महराज के साथ महंत रामचंद्र महाराज, संत श्री परमेश्वर दास, महाराज श्री मोहनदास त्यागी एवं सागर दास जी महाराज सुशोभित कर रहे थे तो आयोजकों में मिट्ठू लाल जयसवाल,हरीश पुरोहित, रोशन जयसवाल, गणपत सिंह, ओम सुहालका, महेंद्र सिंह सुरजनियास, रोहताशव जाट, कुंदन कुमावत, मुकेश शर्मा , नीतेश शर्मा कृत्यज्ञय दशोरा, विपिन गर्ग, मनोज शर्मा, हरिओम मोड़ मनीष सिंह, उम्मेद सिंह, कालू, कुनाल शर्मा, गोविंद सिंह, दशरथ जयसवाल इत्यादि कार्यकर्ता उपस्थित रहे