मकर सक्रांति के अवसर पर हरिशेवा उदासीन आश्रम ने निराश्रितों के लिए बाँटी खिचड़ी व तिल के लड्डू

मकर सक्रांति के अवसर पर हरिशेवा उदासीन आश्रम ने निराश्रितों के लिए बाँटी खिचड़ी व तिल के लड्डू

भीलवाड़ा (पिंकू खोतानी)। मकर सक्रांति के शुभ अवसर पर हरिशेवा उदासीन आश्रम सनातन मंदिर भीलवाड़ा की ओर से निराश्रितों के लिए खिचड़ी पुलाव प्रसाद , तिल के लड्डू व बच्चों के लिए टॉफ़ी व अन्य खाद्य सामग्री का वितरण किया गया । साथ ही गौ वंश के लिए हरा चारा सूखा चारा व गुड़ तिल से बनी लापसी बनायी गयी ।

इस अवसर पर आश्रम के महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम जी उदासीन के साथ आश्रम के संत मायाराम , संत राजाराम , संत गोबिंदराम , संत जगतराम व आश्रम के भक्त उपस्थित थे । स्वामी जी ने बताया कि ये खाद्य सामग्री का प्रसाद हरिशेवा आश्रम के अन्नपूर्णा रथ के माध्यम आश्रम के भक्त हेमनदास भोजवानी व उनके साथी अमित खत्री व सारथि हरेश के द्वारा भीलवाड़ा की कच्ची बस्तियों में जा कर वितरित किया जाता है । उन्होंने बताया कि धार्मिक मान्यता है कि मकर संक्रांति के दिन देव भी धरती पर अवतरित होते हैं, आत्मा को मोक्ष प्राप्त होता है, अंधकार का नाश व प्रकाश का आगमन होता है । संक्रांति को खिचड़ी भी कहते हैं। इस दिन चावल, तिल और गुड़ से बनी चीजें खाई जाती हैं।

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