महंत की शूल शय्या अराधना के छठे दिन सखी सहेली महिला मंडल ने किया भजन कीर्तन का आयोजन
चित्तौडग़ढ़। नवरात्रि के छठे दिन शुक्रवार को चित्तौडग़ढ़ शहर के मध्य स्थित महाराणा प्रताप सेतु मार्ग रतन बाग में मां भगवती की अनूठी अराधना कर रहे नागदा के महंत रमेश महाराज की शूल शय्या (लोहे के कीलों से तैयार बिछोने) पर शयन कर सीने पर ज्वारे उगाने की अनूठी अराधना को छ: दिवस पूर्ण हुए। अराधना के दौरान महंत रमेश महाराज बिना अन्न जल और मल मूत्र त्याग कर लोहे के पांच सौ कीलों से बने बिछोने पर लेट कर नौ दिनों की अराधना कर सनातन धर्म में फैल चुके अंधविश्वास को दूर कर सनातन धर्म की रक्षा की मनोकामना कर रहे हैं।
आज अराधना के छठवें दिन शहर की अग्रसेन नगर, चित्रकूट कोलोनी और कबीर कोलोनी की महिलाओं के सखी सहेली महिला मित्र मंडल ने माता के दरबार में भजनों की संगीतमय प्रस्तुतियां प्रदान की।
चारण ने बताया कि नवरात्रि में प्रतिदिन मां भगवती के सामने सुबह 8.15 और शाम को 9 बजे माता की आरती की जा रही है आरती के पश्चात् दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया जाता है।
महंत रमेश महाराज की अनूठी अराधना स्थल पर पहुंच कर विनोद यति महाराज, खड़ेश्वर महादेव मंदिर समिति अध्यक्ष चांदमल सोनी, पूर्व प्रधान गोविंद सिंह शक्तावत, पूर्व यूआईटी चेयरमैन सुरेश झंवर, पूर्व प्रधान प्रवीण सिंह राठौड़, एटीबीएफ संस्थापक सुनील ढीलीवाल, मीणा समाज जिला उपाध्यक्ष शिवराज मीणा, मध्यप्रदेश जावद प्रधान गोपाल सिंह चारण, प्रहलाद सिंह चारण ने मां भगवती के दर्शन किए जिन्हें महंत रमेश महाराज की अनूठी अराधना की जानकारी समिति के जगदीश चारण दादू ने प्रदान की।