नरेन्द्र मोदी ने आज ही के दिन 2014 में देश के 15वें प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ली थी। नई दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक भव्य समारोह में नरेन्द्र मोदी ने शपथ ली थी। शपथ ग्रहण समारोह के बाद, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय मतदाताओं द्वारा उन पर किए गए विश्वास के लिए आभार व्यक्त किया था और राष्ट्र के भविष्य के लिए अपनी दृष्टि को रेखांकित किया था।
प्रधानमंत्री मोदी ने आर्थिक विकास पर दिया था जोर
शपथ ग्रहण समारोह में राजनीतिक नेताओं, विदेशी राजनयिकों और विभिन्न क्षेत्रों की प्रमुख हस्तियों सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया था। राष्ट्रपति ने नरेन्द्र मोदी को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई थी। उपस्थित श्रोताओं के जयकारे और तालियों के बीच, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हिंदी में शपथ ली थी, संविधान को बनाए रखने, राष्ट्र की सेवा करने और भारतीय लोगों की भलाई के लिए काम करने का संकल्प लिया। शपथ ग्रहण के बाद, उन्होंने आगामी कार्यकाल के लिए अपनी दृष्टि और प्राथमिकताओं को रेखांकित करते हुए एक भाषण भी दिया था।
अपने भाषण में, प्रधानमंत्री मोदी ने समावेशी विकास, आर्थिक विकास और सामाजिक कल्याण की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने गरीबी उन्मूलन, स्वास्थ्य देखभाल और शिक्षा में सुधार, बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने और देश की वैश्विक स्थिति को बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की। उन्होंने एकता के महत्व पर भी जोर दिया और सभी नागरिकों से भारत की प्रगति के लिए मिलकर काम करने का आग्रह किया था।
देश के लोकतांत्रिक इतिहास में 26 मई का विशेष महत्व है क्योंकि 2014 में शानदार चुनावी जीत के बाद नरेन्द्र मोदी ने आज ही के दिन देश के 15वें प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ली थी। नई दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक भव्य समारोह में नरेन्द्र मोदी ने शपथ ली थी। शपथ ग्रहण समारोह के बाद, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय मतदाताओं द्वारा उन पर किए गए विश्वास के लिए आभार व्यक्त किया था और राष्ट्र के भविष्य के लिए अपनी दृष्टि को रेखांकित किया था।
मोदी का प्रधानमंत्री बनना महज संयोग नहीं बल्कि कठिन संघर्ष की गाथा है। इसी संघर्ष ने उन्हें राजनीति का एक योद्धा बनाया और चायवाले से वे दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के प्रधानमंत्री बने। गुजरात से निकले मोदी अब पूरी दुनिया में अपनी चमक बिखेर रहे है। नरेन्द्र मोदी का प्रधानमंत्री बनना इसलिए भी अहमियत रखता है क्योंकि उन्होंने देश के हर छोटे और गरीब व्यक्ति में एक सपना बोया है, जो कठोर परिश्रम से किसी भी ऊंचाई पर पहुंच सकता है।