एक पार्टी शासन, लोकतंत्र खत्म करने जैसा; सांसदों के निलंबन के बाद खरगे का केंद्र सरकार पर तंज
संसद में 141 सांसदों के निलंबन के बाद कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्र सरकार पर तंस कसा है। उन्होंने सांसदों के निलंबन पर भाजपा को निशाने पर लेते हुए कहा कि इस तरह से 'एक पार्टी शासन' भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्थापित करना चाहते हैं। खरगे को भी राज्य सभा से निलंबित कर दिया गया था।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा, 'वे एक अकेला की बात करते हैं, जो लोकतंत्र को खत्म करने जैसा है। विपक्षी सांसदों को निलंबित करके उन्होंने ठीक ऐसा ही किया है। संसद की सुरक्षा में चूक को लेकर उच्च पद पर बैठे लोगों को दंडित करने के बजाय विपक्षी सांसदों को लोकतांत्रिक अधिकारों को छीन लिया गया। ऐसा करके वे जवाबदेही से बच रहे हैं।'
खरगे ने उठाए सवाल
खरगे ने केंद्र से सवाल करते हुए पूछा कि भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा से पूछताछ क्यों नहीं की गई। दरअसल, संसद के भीतर घुसपैठिए प्रताप सिम्हा की वजह से ही संसद के अंदर प्रवेश कर पाए थे। उन्होंने कहा, 'घुसपैठिए महीनों से इसकी साजिश रच रहे थे। इस बड़ी विफलता के लिए कौन जिम्मेदार है?'
बता दें कि 13 दिसंबर को संसद में हमले की बरसी के ही दिन दो युवक दर्शन दीर्घा से लोक सभा में कूद गए थे। लोक सभा के अंदर उन्होंने कनस्तर से पीले रंग का धुंआ भी छोड़ा। उनके अलावा अन्य दो संसद के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे। हालांकि, चारों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस घटना के बाद विपक्ष के नेता लगातार केंद्र मंत्रियों से सुरक्षा में हुई चूक पर जवाब मांग रहे हैं।
मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, 'संसदीय सुरक्षा के लिए जिम्मेदार वरिष्ठ अधिकारियों से जवाब क्यों नहीं मांगा गया? घुसपैठिए महीनों से इसकी साजिश रच रहे थे, सुरक्षा में हुई चूक के लिए जिम्मेदार कौन है? संसद में बहुस्तरीय सुरक्षा होने के बावजूद दो घुसपैठिए जूते के भीतर पीले धुंए वाला कनस्तर लेकर इमारत के अंदर कैसे आ गए।'
सांसदों के निलंबन के बाद लोकसभा सचिवालय ने निलंबित सांसदों को संसद के चेम्बर, लॉबी और गैलरी में घुसने पर रोक लगा दिया। बता दें कि निलंबित सांसदों ने संसद की इमारत के भीतर निलंबन को लेकर प्रदर्शन भी किए। इस विरोध प्रदर्शन के दौरान टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने राज्य सभा के स्पीकर जगदीप धनखड़ की नकल भी की।