मेडिकल कम फंक्शनल कैम्प का आयोजन
चित्तौडगढ । समग्र शिक्षा चित्तौडगढ द्वारा मेडिकल कम फंक्शनल असेसमेन्ट कैम्प को आयोजन किया गया।
अति. जिला परियोजना समन्वयक समग्र शिक्षा प्रमोद कुमार दशोरा ने बताया कि राजकीय विद्यालय में अध्ययरत प्री प्राइमरी से कक्षा 12 वीं तक के विशेष आवश्यकता वाले बालक-बालिकाओं के लिए प्रताप नगर चैराहा राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय गाडी लौहार, चित्तौड़गढ़ पर आयोजित मेडिकल कम फंक्शनल असेसमेन्ट कैम्प का उद्धाटन राज्य मंत्री सुरेन्द्रसिंह जाडावत अध्यक्ष राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रन्नोत प्राधिकरण द्वारा किया गया तथा साथ ही उपस्थित बालक-बालिका उनके अभिभावकों से मिल कर समस्या पर चर्चा की एवं राज्य सरकार द्वारा देय सुविधाओं की जानकारी भी प्रदान की। इस शिविर को दिव्यांग विद्यार्थी के कल्याणार्थ बताया।
इस अवसर पर चिकित्सक डाॅ. रविन्द्र कुमार नेत्र रोग विशेषज्ञ, डाॅं लोकेन्द्र गोयल नाक कान गला, डाॅ. नरेन्द्र कुमार अस्थिरोग विशेषज्ञ, डाॅं. मुकेष जाटोलिया मनोरोग डाॅ अतुल खाब्या फिजीषियन टीना दाधिच साईकाॅलिस्ट, सारिका आॅडियोलाॅजिस्ट एलिम्को दल के अधिकारी के कुसुम देवी, आॅडियोलाॅजिस्ट विक्रम सोलंकी तकनीषियन मोहन के साथ संदर्भ व्यक्ति शुभम बेनिवाल ने आवष्यक प्रमाण पत्र आदि बनाये। षिविर का संचालन हेमेन्द्र कुमार सोनी संदर्भ व्यक्ति ब्ॅैछ द्वारा किया गया। षिविर के प्रथम दिवस पर चित्तौड़गढ़ 25 डूंगला 24 गंगरार 41 बडीसादडी 12 बालक-बालिकाओ उनके अभिभावक आदि ने भाग लिया।
कार्यक्रम अधिकारी जसोदा बसेर ने बताया कि पात्र बालक-बालिकाओं को भारतीय कृत्रिम अंग उपकरण निर्माण निगम के विशेषज्ञ द्वारा मूल्यांकन पश्चात् ट्राई साईकिल-5, व्हीलचेयर- 17, केलीपर्स- 12, बैसाखी- 2 श्रवण यंत्र- 17, रोलटर- 14, एमआईएस किट- 23 ,अडेप्टीव चेयर- 2, केलीपर्स‘-12 आदि उपकरण की अभिशंषा कर आवेदन तैयार किये गये। इसी क्रम में राजस्थान पथ परिवहन निगम के अधिकारी दिनेश नुवाल द्वारा 17 बच्चों के लिए निःशुल्क यात्रा बस पास के आवेदन तैयार कराये।
इस अवसर पर डाॅं लीला चतुर्वेदी सहायक परियोजना समन्वयक समावेषी षिक्षा, कार्यक्रम अधिकारी आलोक सिंह, लोकेष नारायण शर्मा, कृष्ण्ण कांत सोनी, प्रदीप शर्मा आदि उपस्थित रहे।
षिविर में विषेश षिक्षक विजय सिंह, उमा जोषी, षांति लाल, रजनी, षबीया कौसर, ममता जाट, कैलाष चन्द्र धोबी, राजीव अग्रावत, मंयक, जीवन अहीर प्रदीप पिलानिया रमेष चन्द्र सेन आदि ने सहयोग दिया।