समन्वित कृषि प्रणाली प्रशिक्षण का आयोजन
चित्तौड़गढ़। कृषि विज्ञान केन्द्र में आत्मा के वित्तीय सहयोग से कृषको के कल्याण एवं लाभ के लिये समन्वित कृषि प्रणाली पर दो दिवसीय कृषक प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया जिसमें जिले के विभिन्न गांवों से आये हुए 30 कृषक एवं कृषक महिला प्रशिक्षणार्थियों ने भाग लिया। इस प्रशिक्षण के अवसर पर केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डाॅ. रतन लाल सोलंकी ने कहा कि समन्वित कृषि प्रणाली सीमान्त व लघु कृषकोें के लिये विशेष महत्वपूर्ण है, साथ ही वर्मी कम्पोस्ट, वर्मीवाश पर प्रायोगिक विधि की तकनीकी, संयुक्त निदेशक कृषि दिनेश जागा ने कृषको को समन्वित कृषि प्रणाली के बारे में विस्तृत जानकारी दी। ज्योति प्रकाश सिरोया, ओ.पी. शर्मा, डाॅ. प्रकाश चन्द्र खटीक ने कृषि के सम्बन्ध में विस्तृत रूप से अवगत कराया। प्रशिक्षण में कृषको को केन्द्र पर स्थापित विभिन्न इकाईयो में भ्रमण कराया। अन्त में प्रशिक्षणार्थियों में प्रथम पुरस्कार पप्पू लाल रेगर, द्वितीय पुरस्कार टमु बाई रेगर एवं तृतीय पुरस्कार भैरी बाई को अतिथियों द्वारा प्रमाण-पत्र वितरित किये गये। दीपा इन्दौरिया ने कृषक प्रशिक्षणार्थियों को धन्यवाद ज्ञापित किया।