PAK फिर बेनकाब, हिजबुल के स्वयंभू कमांडर की जनाजे की नमाज में पहुंचा भारत का मोस्ट वांटेड आतंकवादी सैयद सलाहुद्दीन

इस्लामाबाद . हिजबुल मुजाहिदीन का चीफ और नामित आतंकवादी सैयद सलाहुद्दीन(Hizbul Mujahideen chief and designated terrorist Syed Salahuddin) को मंगलवार(21 फरवरी) को पाकिस्तान के रावलपिंडी में बशीर अहमद पीर उर्फ इम्तियाज आलम के जनाजे की नमाज पढ़ते हुए देखा गया। बशीर अहमद आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिद्दीन का स्वयंभू कमांडर था। 20 फरवरी को रावलपिंडी में अज्ञात हमलावरों ने उसकी गोली मारकर हत्या कर दी थी।
ISI का अधिकारी माना जाता है सलाउद्दीन
जम्मू-कश्मीर में कई आतंकवादी घटनाओं का जिम्मेदार सैयद सलाउद्दीन और पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) की निकटता कई बार जाहिर हो चुकी है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो वर्ष, 2020 में पाकिस्तान के खुफिया निदेशालय, इस्लामाबाद की ओर से जारी दस्तावेज भारतीय एजेसिंयों के हाथ लगे थे। दस्तावेज के मुताबिक कहा गया कि प्रतिबंधित आतंकवादी समूह हिजबुल मुजाहिद्दीन का प्रमुख सैयद मुहम्मद यूसुफ शाह उर्फ सैयद सलाहुद्दीन 'आधिकारिक तौर पर' पाकिस्तान की एजेंसी आईएसआई के साथ काम कर रहा है।
सलाहुद्दीन, हिजबुल मुजाहिद्दीन का प्रमुख होने के अलावा, वह संयुक्त जिहाद परिषद (UJC) का भी प्रमुख है, जो कई आतंकवादी समूहों का पैतृक संगठन है। यूजेसी (यूनाइटेड जिहाद काउंसिल) के अंतर्गत लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) और जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) जैसे खूंखार आतंकी संगठन आते हैं। (तस्वीर-लेफ्ट से सलाहुद्दीन और बशीर अहमद)
भारत सरकार ने 2022 में लगाया था UAPA
राष्ट्रीय जांच एजेंसी(National Investigation Agency-NIA) की कोर्ट ने मार्च, 2022 में लश्कर-ए-तैयबा (LET) के संस्थापक हाफिज सईद और हिजबुल मुजाहिदीन प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन सहित विवेक अग्निहोत्री की फिल्म The Kashmir Files के कारण चर्चाओं में आए पूर्व आतंकवादी यासीन मलिक सहित कुछ अन्य अलगाववादी नेताओं पर गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967(Unlawful Activities-Prevention Act, 1967-UAPA) के तहत आरोप तय करने का आदेश दिया था। इन अलगाववादी नेताओं में शब्बीर शाह, मसरत आलम भी शामिल थे।
जानिए कौन था बशीर अहमद?
जम्मू-कश्मीर में आतंक का पर्याय बना भारत का मोस्ट टेरोरिस्ट इम्तियाज आलम उर्फ बशीर अहमद पीर पाकिस्तान में मारा गया था। सोमवार(20 फरवरी) की शाम को रावलपिंडी में एक दुकान के बाहर अज्ञात हमलावर ने पीर को गोली मार दी, जिसमें उसकी की मौत हो गई। इम्तियाज को पिछले साल 4 अक्टूबर को भारत सरकार ने गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत एक आतंकवादी के रूप में नामित किया था। मूल रूप से जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के बाबरपोरा इलाके का रहने वाला इम्तियाज आलम इस समय पाकिस्तान के रावलपिंडी में रह रहा था।