लाल किले से पीएम मोदी बोले-फिर वापस आऊंगा यह भारत न रुकता है, न थकता है, न हांफता है
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 15 अगस्त को दिल्ली के लाल किले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को स्वतंत्रता दिवस पर देशवासियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि अगली बार इसी लाल किले पर और अधिक आत्मविश्वास के साथ आऊंगा। उन्होंने कहा कि मैं साल 2014 में परिवर्तन का वादा लेकर आया था। देश के 140 करोड़ लोगों ने मुझ पर भरोसा किया। रिफॉर्म, परफॉर्म, ट्रांसफॉर्म का वादा विश्वास में बदल गया। मैंने इस वादे को विश्वास में बदल दिया है।
अगली बार इसी लाल किले पर और अधिक आत्मविश्वास के साथ आऊंगा’ बोले पीएम मोदी
देश के लिए किया कठोर परिश्रम
पीएम ने कहा कि वादे को विश्वास में बदलने के लिए कठोर परिश्रम किया। यह मेहनत देश के लिए की और शान से की। उन्होंने कहा कि सिर्फ और सिर्फ राष्ट्र सर्वोपरि के भाव से किया है। साल 2019 में परफॉर्मेंस के आधार पर आप सभी ने मुझे फिर से अवसर दिया।
आने वाले साल स्वर्णिम पल
उन्होंने कहा कि आने वाले पांच साल अभूतपूर्व विकास के हैं। 2047 के सपने को साकार करने का सबसे बड़ा स्वर्णिम पल आने वाले पांच साल हैं।
फिर वापस आऊंगा
पीएम मोदी ने आगे कहा कि अगली बार 15 अगस्त को इसी लाल किले से मैं आपके सामने देश की उपलब्धियां, आपके सामर्थ्य, उसमें हुई प्रगति और सफलता के गौरवगान को इससे भी अधिक आत्मविश्वास के साथ प्रस्तुत करूंगा।
परिवारवाद ने देश को जकड़कर रखा है
पीएम मोदी अपने संबोधन में कहा कि लोकतंत्र में यह कैसे हो सकता है, विशेष बल देकर कह रहा हूं कि राजनीतिक दलों के बारे में। यह बुराई है परिवारवादी पार्टियां। उनका मूल मंत्र है उनका राजनीतिक दल परिवार का, परिवार के द्वारा और परिवार के लिए काम करे। परिवारवाद और भाई-भतीजावाद प्रतिभाओं के दुश्मन होते हैं। तुष्टीकरण ने सामाजिक न्याय का सबसे बड़ा नुकसान किया है। सामाजिक न्याय को तबाह किसी ने किया है तो वह तुष्टीकरण की राजनीति ने किया है। इसने सामाजिक न्याय को मौत के घाट उतार दिया है। अगर देश विकास चाहता है तो हमारे लिए आवश्यक है कि हम किसी भी हालत में भ्रष्टाचार को सहन नहीं करेंगे।
प्रधानमंत्री बोले- मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ता रहूंगा
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश की सारी समस्याओं की जड़ में भ्रष्टाचार दीमक की तरह है। इसने देश के सामर्थ्य को बुरी तरह नोंच लिया है। यह मोदी के जीवन का कमिटमेंट है, यह मेरे व्यक्तित्व की प्रतिबद्धता है कि मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ता रहूंगा। हमारे देश को परिवारवाद ने नोंच लिया है, इसने जकड़कर रखा है। तीसरी बुराई है तुष्टीकरण। इसलिए मेरे प्यारे देशवासियों, हम इन तीन बुराई के खिलाफ पूरे सामर्थ्य से लड़ना है। ये ऐसी चीजें पनपी हैं जो हमारे देश की आकांक्षाओं का दमन करती है। हमें भ्रष्टाचार से मुक्ति पानी है। इस देश में पिछले नौ साल में दस करोड़ लोगों को मैंने गलत फायदा उठाने से रोक दिया। ये दस करोड़ लोग वो थे, जिनका जन्म ही नहीं हुआ था। वे विधवा, वृद्ध, दिव्यांग हो जाते थे। दस करोड़ बेनामी चीजों को रोका है। भ्रष्टाचारियों की संपत्ति पहले की तुलना में 20 गुना ज्यादा जब्त की है।
पीएम बोले- कुछ सच्चाइयों को हमें स्वीकार करना पड़ेगा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सपने अनेक हैं, संकल्प साफ है, नीतियां स्पष्ट हैं, नीयत के सामने कोई सवालिया निशान नहीं है, लेकिन कुछ सच्चाइयों को हमें स्वीकार करना पड़ेगा। उसके समाधान के लिए मेरे प्रिय परिवारजनों, मैं आज लाल किले से आपकी मदद मांगने आया हूं। मैं लाल किले से आपका आशीर्वाद मांगने आया हूं। पिछले वर्षों में जो देश को मैंने समझा, परखा है, अनुभव के आधार पर मैं कह रहा हूं कि आज हमें गंभीरतापूर्वक उन्हें देखना होगा। 2047 में जब देश आजादी के सौ साल मनाएगा, उस समय दुनिया में भारत का तिरंगा, विकसित भारत का तिरंगा होना चाहिए।
चंद्रयान मिशन का नेतृत्व महिला वैज्ञानिक कर रही हैं
पीएम मोदी ने कहा कि एक चीज जो देश को आगे ले जाएगी वह है महिला नेतृत्व वाला विकास। आज हम गर्व से कह सकते हैं कि नागरिक उड्डयन में सबसे ज्यादा पायलट भारत में हैं। चंद्रयान मिशन का नेतृत्व महिला वैज्ञानिक कर रही हैं। जी20 देश भी महिला नेतृत्व वाले विकास के महत्व को पहचान रहे हैं।
सीमावर्ती गांवों के 600 प्रधान समारोह में विशेष अतिथि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वाइब्रेंट बॉर्डर गांव को देश का आखिरी गांव कहा जाता था। हमने वह मानसिकता बदल दी। वह देश का आखिरी गांव नहीं हैं। आप सीमा पर जो देख सकते हैं वह मेरे देश का पहला गांव है। मुझे खुशी है कि इस कार्यक्रम के विशेष अतिथि इन सीमावर्ती गांवों के 600 प्रधान हैं। वे यहां लाल किले पर इस कार्यक्रम का हिस्सा बनने आए हैं।
पीएम मोदी बोले- गांवों में महिलाएं उड़ाएंगी ड्रोन
लाल किले की प्रचीर से अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि बेटियों पर जुल्म न हो, यह हमारा सामाजिक और पारिवारिक दायित्व है। मैंने अभी एक देश का दौरा किया। वहां एक वरिष्ठ मंत्री ने मुझसे सवाल पूछा कि आपके यहां बेटियां विज्ञान और इंजीनियरिंग की पढ़ाई करती हैं क्या? मैंने कहा कि आज मेरे देश में बेटियां बेटों से ज्यादा साइंस, इंजीनियरिंग, मैथ्स में भाग ले रही हैं। आज 10 करोड़ महिलाएं स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हैं। गांव में जाएंगे तो बैंक वाली, आंगनवाड़ी, दवाई देने वाली दीदियां मिलेंगी। गांव में दो करोड़ लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य रखा है। हम नई योजना सोच रहे हैं। एग्री-टेक को बल मिले, इसलिए हम महिला स्वयं सहायता समूह को हम ड्रोन चलाने और ड्रोन की मरम्मत करने की ट्रेनिंग देगी। भारत सरकार उन्हें ड्रोन और ट्रेनिंग देगी। 15 हजार स्वयं सहायता समूहों के द्वारा हम ड्रोन की उड़ान का आरंभ कर रहे हैं।
घटना मणिपुर में होती है तो पीड़ा महाराष्ट्र में होती है
पीएम मोदी ने लाल किले से कहा कि मेरा-पराया के कारण देश के कुछ हिस्से प्रभावित रहे हैं। हमें क्षेत्रीय आकांक्षाओं को सम्मान देना है। अगर हमारे शरीर का कोई अंग अविकसित, दुर्बल रहे तो स्वस्थ नहीं माना जाएगा। भारत माता का कोई हिस्सा अविकसित है तो हम उसे स्वस्थ नहीं मान सकते। भारत लोकतंत्र की जननी है, विविधता से भरा हुआ है। अगर घटना मणिपुर में होती है तो पीड़ा महाराष्ट्र में होती है। अगर बाढ़ असम में आती है तो केरल बेचैन हो जाता है। जब आज हम अफगानिस्तान से गुरु ग्रंथ साहिब के स्वरूप को लाते हैं तो देश को गर्व होता है। जब कोई सिख भाई दुनिया में लंगर लगाता है तो देश का सीना चौड़ा हो जाता है।
प्रधानमंत्री बोले- आज देश में आतंकी हमलों में भारी कमी आई
आतंकी घटनाओं पर पीएम मोदी ने कहा कि आए दिन हम लोग चर्चा करते थे कि यहां धमाका हुआ, वहां धमाका हुआ। हर कहीं लिखा होता था कि इस सामान को हाथ न लगाएं। आज देश सुरक्षा की अनुभूति कर रहा है। जब सुरक्षा-शांति होती है तब प्रगति के नए अरमान हम पूरे कर सकते हैं। सीरियल बम धमाकों का जमाना अब बीते हुए कल की बात हो गई है। आज देश में आतंकी हमलों में भारी कमी आई है। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बहुत बड़ा बदलाव आया है।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे देश में 25 साल से चर्चा हो रही थी कि नई संसद बने। यह मोदी है कि समय से पहले नई संसद बनाकर रख दी। यह काम करने वाली सरकार है। यह नया भारत है, जो आत्मविश्वास से भरा हुआ है। यह संकल्पों को चरितार्थ करने वाला भारत है। यह भारत न रुकता है, न थकता है, न हांफता है, न ही हारता है।
पूरी दुनिया ने महंगाई को दबोच रखा है
प्रधानमंत्री बोले कि पूरी दुनिया ने महंगाई को दबोच रखा है। हम सामान तो आयात करते हैं, हमारा दुर्भाग्य है कि महंगाई भी आयात करनी पड़ती है। भारत ने महंगाई को नियंत्रित रखने के लिए भरसक प्रयास किए हैं। पिछले कालखंड की तुलना में हमें सफलता मिली है। हम इतने से नहीं मान सकते, महंगाई को कम से कम रखने के लिए कदम उठाने होंगे। मेरा प्रयास निरंतर जारी रहेगा।
विश्वकर्मा योजना शुरू करने की घोषणा की
पीएम मोदी ने कहा कि पांच साल के कार्यकाल में 13.5 करोड़ गरीब भाई-बहन गरीबी जंजीर तोड़कर उससे बाहर आए हैं। जब 13.5 करोड़ गरीबी की मुसीबतों से कैसे बाहर निकले हैं- आवास योजना, रेहड़ी-पटरी वालों के साथ ही सुनार, सुतार, राजमिस्त्री, बाल काटने वाले, औजारों-हाथों से काम करने वाले वर्ग को हम नई ताकत देने जा रहे हैं। हम इस बार विश्वकर्मा जयंती पर विश्वकर्मा योजना शुरू करेंगे। 13-15 हजार करोड़ रुपये से इसे शुरू करेंगे।
पीएम मोदी ने एक बार फिर किया अपनी गारंटी का जिक्र
प्रधानमंत्री ने लाल किले की प्रचीर से कहा कि आने वाले पांच साल में मोदी की गारंटी है कि देश पहली तीन शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में जगह ले लेगा। गरीबी से बाहर आए 13.5 करोड़ लोग मध्यमवर्ग की शक्ति बन रहे हैं। जब गांव की शक्ति बढ़ती है तो शहरों की आर्थिक अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ती है। हमें इस बल देकर आगे चलना चाहते हैं।
साढ़े पांच साल के कार्यकाल में 13.50 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए
पीएम मोदी ने कहा, हम 2014 में वश्विक अर्थव्यवस्था में 10वें नंबर पर थे। आज हम पांचवें नंबर पर पहुंच चुके हैं। ये ऐसे ही नहीं हुआ है। भ्रष्टाचार ने देश को दबाए रखा था। मैं 10 सालों का हिसाब देशवासियों को दे रहा हूं। पहले गरीबों का घर बनाने के लिए 90 हजार करोड़ खर्च होता था। आज चार लाख करोड़ खर्च हो रहे है। पिछले साढ़े पांच साल के कार्यकाल में 13.50 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए।
सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय पर यकीन रखती है सरकार
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि तीन दशकों तक अनिश्चितता और अस्थिरतता का कालखंड था, उससे मुक्ति मिली। देश के पास एक ऐसी सरकार है, जो सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय पर यकीन रखती है। वह पाई-पाई जनता की भलाई के लिए लगा रही है। मेरे देशवासियों का मान एक बात से जुड़ा हुआ है- राष्ट्र प्रथम। यही दूरगामी और सकारात्मक परिणाम पैदा करने वाला है। 2014 में और 2019 में आपने मजबूत सरकार फॉर्म की, तो मोदी में रिफॉर्म करने की हिम्मत आई। तब मेरे नौकरशाही के लाखों लोगों ने परफॉर्म करने वाली जिम्मेदारी बखूबी निभाई, अब जनता ट्रांसफॉर्म करती दिख रही है। रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म की ताकत नजर आ रही है। इससे आने वाले हजार सालों की नींव मजबूत हो रही है।
पीएम मोदी बोले- अब गेंद हमारे पाले में है, हमें अवसर नहीं जाने देना है
लाल किले की प्रचीर से पीएम मोदी बोले कि कोरोना काल में भारत ने जिस प्रकार देश को आगे बढ़ाया, दुनिया ने हमारे सामर्थ्य को देखा। जब दुनिया की सप्लाई चेन तहस-नहस हो गई, तब हमने कहा था कि विश्व का विकास देखना है तो मानव केंद्रित होना चाहिए। तब जाकर सही समाधान निकालेंगे। आज जो भारत ने कमाया है, वह दुनिया में स्थिरता की गारंटी लेकर आया है। अब न हमारे मन में, न 140 करोड़ लोगों के मन में और न दुनिया के मन में कोई किंतु-परंतु है। अब गेंद हमारे पाले में है, हमें अवसर नहीं जाने देना है, मौका छोड़ना नहीं चाहिए। मेरे देशवासियों में समस्याओं की जड़ों को समझने का सामर्थ्य है, इसलिए 2014 में देशवासियों ने 30 साल के अनुभव के बाद तय किया कि देश को आगे ले जाना है तो मजबूत, स्थिर और पूर्ण बहुमत वाली सरकार चाहिए।
भारत का स्टार्टअप इकोसिस्टम दुनिया में तीसरे नंबर पर
प्रधानमंत्री बोले कि हम आने वाले एक हजार साल के भव्य पड़ाव पर खड़े हैं। हमें न रुकना है, न दुविधा में जीना है। हमें खोई हुई उस विरासत का गर्व करते हुए, समृद्धि को प्राप्त करते हुए आगे बढ़ना है। ये बात बांधकर चलें कि हम जो भी कदम उठाएंगे, फैसला लेंगे, वह अगले एक हजार साल तक अपनी दिशा निर्धारित करने वाला है। भारत के भाग्य को लिखने वाला है। मेरे देश के नौजवानों, बेटे-बेटियों को यह जरूर कहना चाहूंगा कि जो सौभाग्य आज इन युवाओं को मिला है, ऐसा सौभाग्य शायद ही किसी के नसीब होता है। इसलिए हमें यह गंवाना नहीं है। युवा शक्ति पर मेरा भरोसा है, सामर्थ्य है। हमारी नीतियां भी उस युवा सामर्थ्य को बल देने के लिए है। आज मेरे युवाओं ने दुनिया में पहले तीन स्टार्टअप इकोसिस्टम में भारत को स्थान दिला दिया है।
प्रधानमंत्री ने भारत के युवाओं के लिए कही बड़ी बात
पीएम बोले कि मैं साफ देख रहा हूं कि मां भारती जागृत हो चुकी है। विश्व भर में भारत की चेतना और सामर्थ्य के प्रति नया आकर्षण, नया विश्वास पैदा हुआ है, उसे विश्व में अपने लिए ज्योति नजर आ रही है। हमारा सौभाग्य है कि कुछ ऐसी चीजें हमारे पास हैं, जो हमारे पूर्वजों ने हमें दी हैं। आज हमारे पास डेमोग्राफी है, आज हमारे पास डेमोक्रेसी है, आज हमारे पास डायवर्सिटी है। यह त्रिवेणी भारत के हर सपने को साकार करने का सामर्थ्य रखती है। आज पूरे विश्व में देशों की उम्र ढल रही है, तब भारत युवान की तरफ ऊर्जावान होकर बढ़ रहा है। आज तीस साल से कम आयु की जनसंख्या दुनिया में सर्वाधिक कहीं हैं तो यह भारत मां की गोद में है। तीस साल से कम उम्र के नौजवान हों, कोटि-कोटि भुजाएं हों, मस्तिष्क हों, संकल्प हों, सपने हों तो हम इच्छित परिणाम प्राप्त करके रह सकते हैं।
पीएम मोदी बोले- भारत के अमृतकाल का यह पहला वर्ष है
लाल किले की प्रचीर से प्रधानमंत्री ने कहा कि हम ऐसे कालखंड में जी रहे हैं, हमारा सौभाग्य है कि भारत के अमृतकाल का यह पहला वर्ष है। या तो हम जवानी में जी रहे हैं या मां भारत की गोद में जन्म ले चुके हैं। मेरे शब्द लिखकर रखिए, इस कालखंड में हम जो करेंगे, जो कदम उठाएंगे, त्याग करेंगे, तपस्या करेंगे, आने वाले एक हजार साल का देश का स्वर्णिम इतिहास उससे अंकुरित होने वाला है। इस कालखंड में होने वाली घटनाएं आगामी एक हजार साल के लिए प्रभाव पैदा करेंगी। देश पंच प्रण को समर्पित होकर एक नए आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रहा है।
देश मणिपुर के साथ
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में मणिपुर का जिक्र किया और कहा कि देश मणिपुर के लोगों के साथ हैं। मेरे परिवारजनों पिछले कुछ सप्ताह में मणिपुर और हिंदुस्तान के कुछ भागों में हिंसा का दौर चला, कई लोगों को अपना जीवन खोना पड़ा। मां-बेटियों के सम्मान के साथ खिलवाड़ हुआ। कुछ दिनों से अब लगातार शांति की खबरें आ रही हैं। देश मणिपुर के लोगों के साथ है, पिछले कुछ दिनों से जो शांति बनाकर रखी है, मणिपुर के लोग उसे आगे बढ़ाएं। राज्य और केंद्र सरकार मिलकर समाधान के भरपूर प्रयास कर रही है।
साथ ही कहा कि इस बार प्राकृतिक आपदा ने देश के अनेक हिस्सों में अकल्पनीय संकट पैदा किया है। जिन्होंने इसे सहा है, मैं उनके प्रति गहरी संवेदना प्रकट करता हूं। राज्य और केंद्र सरकार उन सभी संकटों से जल्द मुक्त होकर तेज गति से आगे बढ़ेंगी।