पेंशनर्स नई पीढी के अपने अनुभव से लाभान्वित करें-जाड़ावत
चित्तौड़गढ़। राजस्थान धरोहर प्राधिकरण बोर्ड अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह जाड़ावत ने पेंशनर्स का आह्वान किया कि वे अपने अनुभव का लाभ देने के लिये नई पीढी का मार्गदर्शन करें। उन्होंने कहा कि पेंशनर्स विभिन्न विभागों के कर्मचारियों की कार्यशालाएं आयोजित कर उनका ज्ञानवर्धन करें, ताकि वर्तमान कार्यरत कार्मिक भी पूरी निष्ठा के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन कर सके। जाड़ावत रविवार को नवीन पेंशनर भवर परिसर में आयोजित राजस्थान पेंशनर समाज के 41वें जिला अधिवेशन के प्रथम सत्र के मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों पर विश्वास करने वाले जनप्रतिनिधि हमेशा सफल होते है, इसी वजह से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी कर्मचारियों के लिये पुरानी पेंशन योजना लागू कर नया संदेश देने का अनुकरणीय कार्य किया है, जिसे सेवानिवृति के बाद भी कार्मिक को सामाजिक सुरक्षा का लाभ मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि संवेदनशील मुख्यमंत्री द्वारा महंगाई राहत कैंप आयोजित कर जरूरतमंदो को लाभान्वित किया जा रहा है। इसलिये पेंशनर्स ऐसे जरूरतमंद लोगों को शिविर मंे जाने के लिये प्रेरित कर उन्हें लाभान्वित कराये। उन्होंने कहा कि जिला कलक्टर अरविंद पोसवाल की कार्यशैली सकारात्मक है, जिनके सहयोग से पेंशनर समाज को विशाल परिसर युक्त भवन उपलब्ध हो सका। उन्होंने परिसर मंे पुस्तकालय एंव विश्राम कक्ष की जिलाध्यक्ष द्वारा मांग करने पर नगर विकास न्यास के माध्यम से भवन बनवाने की घोषणा की। इस मौके पर पेंशनर समाज की ओर से नेमीचंद अग्रवाल द्वारा अभिनंदन पत्र का वाचन करने के बाद प्राधिकरण बोर्ड अध्यक्ष जाड़ावत को भेंट किया गया। प्रारम्भ मंे जाड़ावत, प्रेम प्रकाश मूंदड़ा सहित अन्य अतिथियों का पंेशनर समाज की ओर से मेवाड़ी पाग पहनाकर उपरना व शॉल ओढाकर तथा स्मृति चिन्ह भेंट कर जिलाध्यक्ष दशोरा, जफर उल्ला खां, कानसिंह शक्तावत, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष शंकर सिंह मनोहर, महामंत्री किशन शर्मा, क्षेत्रीय मंत्री शारदुल चौबिसा, उदयपुर संभाग क्षेत्रीय मंत्री भुवेश्वर चौबिसा ने स्वागत किया। इस मौके पर जाड़ावत द्वारा 80 वर्ष से अधिक आयु के जिले के लगभग 185 वृद्ध पेंशनरों का सम्मान किया। प्रारम्भ में जिलाध्यक्ष दशोरा से अतिथियों का स्वागत करते हुए नवीन पेंशनर भवन के विशाल परिसर आवंटन में जाड़ावत, मूंदड़ा एंव अन्य के सहयोग का उल्लेख करते हुए बताया कि प्रदेश मंे चित्तौड़ पहला जिला है, जहां सर्वप्रथम राजकीय स्तर पर पेंशरर्स के लिये भवन का आंवटन निःशुल्क हुआ है।
पेंशनर्स हमारे मार्ग दर्शक-आक्या
विधायक चंद्रभान सिंह आक्या ने कहा कि पेंशनर्स न केवल हमारे मार्गदर्शक है, वरन् वे अनुभव का खजाना है, जिनके सानिध्य से युवाओं को आगे बढने का सुअवसर मिल रहा है। आक्या पेंशनर समाज के जिला अधिवेशन के द्वितीय सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बुजुर्गो एंव पेंशनर्स के न केवल उन्हें आशीर्वाद से वरन् संगठन को भी मजबूती मिल रही है, जिसके फलस्वरूप देश के सर्वांगिण विकास में उनकी महत्ता का कोई सानी नहीं है। इस मौके पर जिलाध्यक्ष दशोरा द्वारा परिसर में एक भवन बनाने का आग्रह करने तथा राजस्थान पुलिस पेंशनर्स संगठन के संरक्षक ओम प्रकाश उपाध्याय की मांग पर आक्या ने विधायक मद से 10 लाख रूपये भवन निर्माण के लिये स्वीकृति देने का विश्वास दिलाया, वही भदेसर उपशाखा के लिये पांच लाख रूपये तथा भूमि आवंटन में हर संभव सहयोग की घोषणा करते हुए कहा कि पेंशनर्स के सहयोग के लिये वे सदेव तन-मन-धन से संकल्पबद्ध रहेंगे। इस मोके पर भाजपा नगर अध्यक्ष सागर सोनी, महामंत्री अनिल ईनाणी, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष शंकर सिंह मनोहर, महामंत्री किशन शर्मा व जिलाध्यक्ष दशोरा द्वारा जिले की सभी उपशाखा के अध्यक्षों एंव नवीन भवन व परिसर विकास के लिये 11 हजार से अधिक की राशि से सहयोग करने वाले भामाशाहो का मेवाड़ी पाग पहनाकर शॉल व उपरना ओढाकर व स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया। प्रारम्भ में प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष शंकर सिंह मनोहर, महामंत्री किशन शर्मा, जिलाध्यक्ष लक्ष्मी नारायण दशोरा, ओम प्रकाश उपाध्याय, शशिरंजन तिवारी, रमेश चाष्टा आदि ने मुख्य अतिथि आक्या एंव अतिथियों का मेवाड़ी परम्परा से स्वागत कर स्मृति चिन्ह भेंट किये। इस अवसर पर कार्यकारी अध्यक्ष मनोहर ने कहा कि पेंशनर्स की 65,70 व 75 वर्ष की आयु पर 5,10 व 15 प्रतिशत की मांग को राज्य सरकार ने गंभीरता से नहीं लिया है, जिसके लिये 23 मई को वार्ता हो जाने पर सफलता की उम्मीद है, अन्यथा सभी पेंशनर्स एक बार फिर आंदोलन का मार्ग अपनाने मंे पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने पंेशनर्स के सात सूत्री मांग पत्र की भी जानकारी दी। कार्यक्रम में निम्बाहेड़ा उपशाखा की ओर से प्रदेश के श्रेष्ठ जिलाध्यक्ष के रूप में लक्ष्मी नारायण दशोरा का सम्मान किया गया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए जिला मंत्री गिरिराज शर्मा ने गत सम्मेलन का प्रतिवेदन तथा आय व्यय का ब्यौरा प्रस्तुत किया। सम्मेलन में डॉ सुशीला लड्ढा, कोषाध्यक्ष यशवंत दशोरा, सुरेश शर्मा, रामेश्वर काबरा, के एल नाराणीवाल, मगनी राम शर्मा, सुबोध माथुर, वयोवृद्ध बंशीलाल पलोड़, धैर्यकुमार ठक्कर, सत्यनारायण ईनाणी, सोहनलाल पांड्या, यूआईटी अधिशासी अभियंता आर एल बलाई, जगदीश चंद्र जोशी सहित बड़ी संख्या में पंेशनर्स मौजूद थे। अधिवेशन के अंत मंे दो मिनिट का मौन रखकर दिवंगतों को श्रृद्धाजंली अर्पित की गई।