नेपाल में विमान दुर्घटनाग्रस्त, 68 यात्री और चार क्रू सदस्य सवार थे; अब तक 16 शव बरामद
खराब मौसम की वजह से विमान पहाड़ी से टकरा गया। लैंडिंग से पहले हुई इस दुर्घटना के बाद विमान में आग लग गई। पोखरा के समीप दुर्घटनाग्रस्त हुआ यात्री विमान यति एयरलाइंस का बताया जा रहा है।
नेपाल के पोखरा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर रनवे पर 72 सीटों वाला यात्री विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। बचाव कार्य जारी है। फिलहाल एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया है। हादसे की वजह का अब तक पता नहीं चल सका है। हवाईअड्डा प्राधिकरण के मुताबिक, विमान में 53 नेपाली, पांच भारतीय, चार रूसी, दो कोरियाई, एक-एक आयरिश, अर्जेंटीना और फ्रांसीसी नागरिक सवार थे।
हादसे की जानकारी देते हुए येती एयरलाइंस के प्रवक्ता सुदर्शन बरतौला ने बताया कि यति (Yeti) एयरलाइंस के विमान में कुल 68 यात्री और चालक दल के चार सदस्य सवार थे। इसमें दो बच्चों समेत 10 विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। विमान पुराने हवाई अड्डे और पोखरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के बीच दुर्घटनाग्रस्त हुआ है। सेना के प्रवक्ता की ओर से बताया गया कि अब तक 16 शवों को बरामद कर लिया गया है।
अब तक 30 की मौत का दावा
नेपाल की स्थानीय मीडिया की मानें तो हादसे में बड़ी संख्या में लोगों की मौत हुई है। कुछ रिपोर्ट्स में 30 लोगों के शव बरामद किए जाने का दावा किया जा रहा है। वहीं, कुछ 15 मौतों की सूचना दे रही हैं। हालांकि, एयरलाइंस और सरकार की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है।
नेपाल सरकार ने कैबिनेट की आपात बैठक बुलाई
पोखरा हवाई अड्डे पर यात्री विमान दुर्घटना के बाद नेपाल सरकार ने कैबिनेट की आपात बैठक बुलाई है। प्रधानमंत्री पुष्प कल दहल 'प्रचंड' ने बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दे दिए हैं। सेना ने भी मौके पर पहुंचकर मोर्चा संभाल लिया है।
लैंडिंग से पहले हुई दुर्घटना
जानकारी के मुताबिक, विमान पहाड़ी से टकरा गया। लैंडिंग से पहले हुई इस दुर्घटना के बाद विमान में आग लग गई। पोखरा के समीप दुर्घटनाग्रस्त हुआ यात्री विमान ATR-72 यति एयरलाइंस का बताया जा रहा है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट की गई तस्वीरों और वीडियो में दुर्घटनास्थल से धुएं का गुबार उठता दिख रहा है। हेलीकॉप्टर से दुर्घटनास्थल पर एक बचाव दल तैनात किया गया है।
क्या मौसम की खराबी की वजह से दुर्घटना हुई?
हादसा बेहद भयानक बताया जा रहा है। बचाव और राहत में जुटे लोगों की मानें तो हादसे में किसी के भी बचने की उम्मीद न के बराबर है। सिविल एविएशन अथॉरिटी ने बताया कि लैंडिंग से ठीक पहले विमान में आग की लपटें देखी गईं। इसलिए मौसम की खराबी की वजह से दुर्घटना होने की बात कहना ठीक नहीं होगा।
बीते साल कई थी 22 लोगों की जान
इससे पहले पिछले साल मई के महीने में खराब मौसम की वजह से पहाड़ी मस्तंग जिले में तारा एयर विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस घटना में 22 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी। अधिकारियों ने बताया था कि खराब मौसम की वजह से विमान बाएं के बजाए दाएं मुड़ गया था। इससे विमान पहाड़ों से टकरा गया और दुर्घटनाग्रस्त हो गया।