मृत्यु भोज छोड़ो जागरूकता अभियान का आयोजन
चितोडगढ/गंगरार। राजस्थान मृत्युभोज निषेध अधिनियम की पालना यदि जिम्मेदार लोग अभी तक करवाते तो हजारों हजारों लोगों की जमीन मकान नही बिकते, गरीब, कर्जदार में फंसकर जीवन बर्बाद ना होता। उक्त विचार आज मृत्युभोज छोडो अभियान के तहत हुए सेमिनार में जिला अध्यक्ष भारतीय दलित साहित्य अकादमी मदन सालवी ओजस्वी ने रखे। समारोह के अध्यक्ष कौशल किशोर बिलवाल ने मृत्युभोज होने वाले सामाजिक पतन पर प्रकाश डाला। नन्दलाल लाल बासनवाल, शम्भू लाल कोटवाल, नन्दलाल मरमट, बालुलाल बिलवाल, भंवरलाल बिलवाल, सत्यनारायण निन्दरवाल, मांगीलाल मेघवाल, प्रदीप मेघवाल व इन्दमल मेघवाल विशिष्ट अतिथि थे। आयोजन में भंवरलाल बिलवाल, माधवलाल धोबी, अजय रजक, देवराज बमणावत, राकेश गोवली, नन्दलाल धोबी आदि लोगों ने किसी की भी मृत्यु पर जीमण करने का विरोध जताया तथा शपथ पत्र भर कर दिये गये कि ना तो मृत्युभोज में जाऐगे ओर ना ही मृत्युभोज गॅगोग का खाना कभी खाऐगें।