लोकसभा चुनाव से पहले बोले राहुल गांधी- कांग्रेस के सभी अकाउंट फ्रीज, हम पोस्टर तक नहीं छपवा पा रहे
नई दिल्ली. कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव-2024 को लेकर अपनी बात सामने रखी है. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि लोकतंत्र के लिए निष्पक्ष चुनाव होना जरूरी है. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि निष्पक्ष चुनाव के लिए लेवल प्लेइंग फील्ड होना जरूरी है. कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इलेक्टोरल बॉन्ड पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का उल्लेख किया. कांग्रेस पार्टी के बैंक खाते सील करने के मामले में सोनिया गांधी ने कहा कि कांग्रेस का सवाल नहीं, बल्कि सवाल लोकतंत्र का है. इससे पहले खरगे ने कहा कि देश में निष्पक्ष चुनाव करने वाली संस्थाओं को यह देखना चाहिए. यदि चुनाव के लिए समान अवसर और मौके नहीं होंगे तो फिर निष्पक्ष चुनाव कैसे संभव होगा. राहुल गांधी ने कहा कि पार्टी के सभी अकाउंट फ्रीज कर दिए गए हैं. यहां तक की हमारे नेता यात्रा नहीं कर पार रहे हैं, क्योंकि हम रेलवे टिकट भी नहीं खरीद पा रहे हैं. राहुल गांधी ने कहा कि हम चुनाव प्रचार नहीं कर पा रहे हैं.
कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी ने कहा कि जो मुद्दा हमने उठाया है, वह बहुत महत्वपूर्ण है. उन्होंने आगे कहा, ‘यह मुद्दा सिर्फ कांग्रेस के लिए नहीं, बल्कि लोकतंत्र के लिए खतरनाक है. जनता के द्वारा दिए गए पैसे हमसे लूटे जा रहे हैं. विपक्ष पर हमला हो रहा है. विपक्ष की मुख्य पार्टी के खाते सीज कर दिए गए हैं. यह अलोकतांत्रिक है.’ इससे पहले कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि लोकसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है. लोकतंत्र के लिए यह आवश्यक है कि चुनाव निष्पक्ष तरीके से कराए जाएं और सभी राजनीतिक दलों को समान अवसर प्रदान किए जाएं. ऐसा नहीं होना चाहिए कि ईडी, आईटी और अन्य स्वायत्त संस्थाओं पर नियंत्रण हो. खरगे ने आगे कहा कि पिछले कुछ दिनों में सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद चुनावी बॉन्ड को लेकर जो तथ्य सामने आए हैं, उससे देश की छवि को ठेस पहुंची है. सुप्रीम कोर्ट ने चुनावी बॉन्ड को अवैध और असंवैधानिक बताया.
खाता फ्रीज करने पर उठाया सवाल
खरगे ने आगे कहा कि दूसरी ओर एक साजिश के तहत मुख्य विपक्षी दल का बैंक खाता फ्रीज कर दिया गया है, ताकि धन के अभाव में चुनाव लड़ने में समान अवसर न मिले. अगर इस देश में लोकतंत्र को बचाना है तो बराबरी का मौका बनाना होगा. खरगे ने कहा, ‘मैं संवैधानिक संस्थाओं से अपील करता हूं कि अगर वे स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव चाहते हैं, तो उन्हें हमें अपने बैंक खातों तक स्वतंत्र रूप से पहुंचने की अनुमति देनी चाहिए. कोई भी राजनीतिक दल आयकर के दायरे में नहीं आता है.’