लोकसभा में राहुल और अमित शाह आमने-सामने

लोकसभा में राहुल और अमित शाह आमने-सामने
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संसद के विशेष सत्र का आज तीसरा दिन है। आज लोकसभा में 'नारी शक्ति वंदन विधेयक’ पर लंबी बहस की जाएगी। बता दें, कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने विशेष सत्र के दूसरे दिन लोकसभा में विधेयक पेश किया था।

 

 डरो मत बनाम डरो मत', लोकसभा में राहुल और अमित शाह आमने-सामने 
राहुल गांधी ने महिला आरक्षण विधेयक पर चर्चा में हिस्सा लिया और आखिर में जातिगत जनगणना का मुद्दा उठाया। इसके बाद लोकसभा में सत्तापक्ष की तरफ से शोर होने लगा। तब राहुल गांधी ने कई बार सत्तापक्ष के सदस्यों से कहा- डरो मत, डरो मत, डरो मत। एक बार लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने उन्हें इसके लिए टोका भी कि इस तरह के शब्दों का प्रयोग उचित नहीं है। राहुल गांधी के भाषण के तुरंत बाद गृह मंत्री अमित शाह के संबोधन की बारी आई। जैसे ही वे बोलने के लिए खड़े हुए, अब विपक्ष की ओर से शोर होने लगा। इस पर अमित शाह ने भी चुटकी लेते हुए कहा- डरो मत, भागो मत।

 

युग बदलने वाला विधेयक: अमित शाह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि महिला आरक्षण बिल युग बदलने वाला विधेयक है। इस दौरान विपक्ष ने जमकर हंगामा किया।  

 

विधेयक आज से ही लागू होना चाहिए: राहुल
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बुधवार को लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पर बहस में हिस्सा लिया। कांग्रेस सांसद ने कहा कि महिला आरक्षण विधेयक बहुत महत्वपूर्ण है। इस बिल को तुरंत ही लागू किया जाना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि इसे लागू करने के लिए नहीं बनाया गया, बल्कि इसे अदाणी मुद्दे और जाति जनगणना के मुद्दे से ध्यान हटाने के लिए लाया गया। राहुल गांधी लोकसभा में महिला आरक्षण विधेयक पर बहस में बोलते हुए कहा कि  मेरे विचार में एक बात है जो इस बिल को अधूरा बनाती है, मैं चाहता हूं कि इस बिल में ओबीसी आरक्षण को भी शामिल किया जाए।

न्होंने कही यह बात

  • महिला आरक्षण बिल पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर मिताली राज ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि पंजीकृत मतदाताओं में महिला मतदाताओं की संख्या आधी है। अब 33% आरक्षण के साथ राजनीति में महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी। यह एक महान कदम है।
  • भारतीय पैरा एथलीट दीपा मलिक ने कहा कि मुझे विश्वास है कि यह बिल पास हो जाएगा। पीएम मोदी ने हमेशा सबका साथ, सबका विकास की बात की है। महिला सशक्तिकरण के लिए उनका दृष्टिकोण साफ नजर आ रहा है कि जो बिल दशकों से अटका हुआ था, जिसमें हम महिला सशक्तिकरण की बात करते है, अब वह लोकतंत्र के मंदिर से शुरू होगा। मुझे लगता है कि आरक्षण मिलने पर महिलाएं भी अपनी जिम्मेदारी को समझेंगी।
  • भारतीय हॉकी खिलाड़ी रानी रामपाल ने कहा कि महिला आरक्षण बिल पास होने जा रहा है जिस पर हमें काफी खुशी है। महिलाओं को जितना अधिक बढ़ावा देंगे उतना अधिक हमारा देश तरक्की की राह पर जाएगा और जितना अधिक महिलाओं का सहयोग रहेगा उसमें महिलाओं को होने वाली दिक्कतों पर सदन में बात हो सकेगी। मुझे लगता है कि PM मोदी ने नेतृत्व किया है कि कैसे महिलाओं को हर क्षेत्र में आगे लाया जा सके।
  • महिला आरक्षण बिल पर भारतीय मुक्केबाज मैरी कॉम ने कहा कि हमें बहुत अच्छा लगा। महिला आरक्षण बहुत जरूरी है, महिलाओं को और ज्यादा सशक्त करना बहुत जरूरी है। हम बहुत खुश हैं।

 

 

 

 

स्मृति ईरानी ने विधेयक को लेकर विपक्ष को घेरा

केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने महिला आरक्षण बिल पर लोकसभा में संबोधन दिया। उन्होंने कहा, "जब यह बिल लाया गया तो कुछ लोगों ने कहा कि यह "हमारा बिल" है...प्रस्तावित बिल के एक लेख में यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा था कि "तीसरे आम चुनाव में SC/ST की महिलाओं के लिए कोई सीट आरक्षित नहीं होगी...लेकिन इस सरकार द्वारा लाया गया बिल इस बिल के लागू होने के 15 साल बाद तक महिलाओं को आरक्षण की गारंटी देता है।" ईरानी ने कहा,."हमने महिलाओं को गिनने लायक बना दिया है। और अब समय आ गया है कि आप आगे आएं, और अपने शब्दों को केवल कागजों या भाषण तक ही सीमित न रखें, बल्कि कार्रवाई के साथ बोलें और नारी शक्ति वंदन अधिनियम का समर्थन करें।"

 

ओबीसी-अल्पसंख्यक महिलाओं के लिए अलग कोटा हो: डिंपल यादव

समाजवादी पार्टी की सदस्य डिंपल यादव ने बुधवार को लोकसभा में सरकार से आग्रह किया कि महिलाओं के लिए आरक्षण के प्रावधान वाले ‘नारीशक्ति वंदन विधेयक’ में अनुसूचित जाति और अनुसूसित जनजाति (एससी/एसटी) के साथ ही अन्य पिछड़े वर्गों (ओबीसी) तथा अल्पसंख्यक वर्ग की महिलाओं के लिए अलग कोटा निर्धारित किया जाए। डिंपल ने लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत सीट आरक्षित करने के प्रावधान वाले ‘संविधान (एक सौ अट्ठाईसवां संशोधन) विधेयक, 2023’ पर निचले सदन में चर्चा में भाग लेते हुए यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘तीन तलाक’ की बात की और ऐसे में उनसे उम्मीद की जाती है कि आरक्षण विधेयक में अल्पसंख्यक महिलाओं को भी शामिल किया जाएगा। उत्तर प्रदेश के मैनपुरी से लोकसभा सदस्य डिंपल ने यह सवाल भी किया कि चुनाव से ठीक पहले सरकार को महिलाओं की याद क्यों आई? उन्होंने यह सवाल किया, ‘‘क्या आरक्षण अगले लोकसभा चुनाव और आगामी विधानसभा चुनाव में लागू हो पाएगा या नहीं?

 

महिला आरक्षण विधेयक 'आधा अधूरा': अखिलेश यादव

समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को लोकसभा में महिला आरक्षण विधेयक के मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर सवाल उठाते हुए इसे आधा-अधूरा विधेयक करार दिया। उन्होंने सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘नयी संसद के पहले दिन ही भाजपा सरकार ने ‘महाझूठ’ से अपनी पारी शुरू की है। जब जनगणना और परिसीमन के बिना महिला आरक्षण बिल लागू हो ही नहीं सकता, जिसमें कई साल लग जाएंगे, तो भाजपा सरकार को इस आपाधापी में महिलाओं से झूठ बोलने की क्या ज़रूरत थी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा सरकार न जनगणना के पक्ष में है न जातिगत गणना के, इनके बिना तो महिला आरक्षण संभव ही नहीं है। ये आधा-अधूरा विधेयक ‘महिला आरक्षण’ जैसे गंभीर विषय का उपहास है, इसका जवाब महिलाएं आगामी चुनावों में भाजपा के विरूद्ध वोट डालकर देंगी।’’

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