जैन संत साध्वियों की सुरक्षा की उठाई मांग

जैन संत साध्वियों की सुरक्षा की उठाई मांग
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चित्तौड़गढ़। समग्र जैन समाज की प्रतिनिधि संस्था श्री महावीर जैन मंडल ने गत 6 जुलाई को कर्नाटक में बैंगलौर जिले के चिक्कोडी तालुका के हीरे कोड़ी ग्राम से जैन आचार्य 108 श्री कामकुमार नंदी के अपहरण और उसके बाद उनकी नृशंस हत्या करने की घटना के विरोध में समस्त जैन समाज की ओर से राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, कर्नाटक सरकार के मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन जिला कलेक्टर के माध्यम से दिया गया। अति कलेक्टर अभिषेक गोयल को मंडल अध्यक्ष डॉ आई एम सेठिया, रणजीत सिंह नाहर, संपत डांगी, अशोक मेहता, चंद्र सिंह कोठारी, ललित सेठिया, अजीत ढिलीवाल, पारस जैन, अशोक नाहर, गोतम पोखरना, महेंद्र टोंग्या, कमल जैन, ज्योति चंडालिया, एवंत मेहता,ा आदित्य नागोरी के नेतृत्व में सौंपे गए ज्ञापन में दिगंबर जैन संत पूज्य आचार्य कामकुमार नंदी म सा की नृशंस हत्या का संपूर्ण जैन समाज की ओर से कड़ा विरोध करते हुए अपराधियों को कठोर दंड देने की मांग की गई। ज्ञापन में देश भर में अहिंसा का संदेश देने वाले जैन संतो की सुरक्षा हेतु विशेष व्यवस्था करने की मांग भी की गई। इस घटना से देश भर के जैन समाज में रोष व्याप्त हो गया है। पूज्य संत विगत 15 वर्षों से नन्दी पर्वत आश्रम में ही रह रहे थे। ज्ञापन में कहा गया कि सभी सम्प्रदाय के जैन साधु देशभर में पैदल यात्रा कर जन-जन को अहिंसा का संदेश देते है। ज्ञापन में सकल जैन समाज द्वारा  भारत सरकार से मांग की गई कि अहिंसा का संदेश देने वाले जैन संत की हत्या करने वाले अपराधियों पर तुरन्त प्रभाव से कठोर कार्यवाही कर कड़े से कड़ा दण्ड दिया जाए। जैन समाज के महिलाओं, युवाओं और समाज जनों का विशाल समूह कलेक्ट्रेट चौराहा पर एकत्रित हुआ जिनमें हस्तीमल चंडालिया, ऋषभ लाल सुराणा, अंगुरबाला भड़कत्या, प्रमिला बड़ाला, सरोज नाहर, विमला सेठिया, मधु मट्ठा, नम्रता गदिया, तेजा नाहर, विपिन नाहर, मुकेश नाहटा, सुरेश डांगी, राज कुमार बज, सी एम बोकडिया, सुरेश मेहता, सुधीर जैन, सुनील बोहरा, प्रकाश पगारिया, प्रदीप डांगी, प्रवीण खमेसरा, कल्पना मेहता, नवीन जैन, विजय मालू, अंकुर चौधरी, उमा सुराणा सहित पदाधिकारी,सदस्यगणों और समाज जनों ने जैन संत आचार्य कामकुमार नंदी की नृशंस हत्या के विरोध में नारेबाजी करते हुए मानव श्रंखला बनाकर विरोध जताया।
विधायक आक्या ने की निंदा
विधायक चंद्रभानसिंह आक्या ने कर्नाटक के बेलगाम में हाल ही में जैन मुनि कामकुमार नंदी महाराज की नृशंस हत्या की घोर निंदा की है। उन्होने कहां कि जैन मुनि हमेशा से ही अहिंसा को अपना सबसे बड़़ा धर्म मानते हुए इसका व्यापक प्रचार प्रसार करते है, ऐसे जैनाचार्य के शरीर को कई भागो में काटकर फेक देना तालीबानी सोच को प्रदर्शित करता है। ऐसा कृत्य भारत जैसे देश जहां प्रत्येक व्यक्ति को धार्मिक स्वतंत्रता प्राप्त है, ऐसे देश में ऐसी हृदय विदारक घटना करना असहनीय है। विधायक आक्या ने इस संबंध में राष्ट्रपति को पत्र लिखकर जैन मुनि के हत्यारो को कठोर दण्ड दिलाने व संत मुनियो की सुरक्षा हेतु कठोर नियम बनाने का अनुरोध किया है।
 

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