राम मंदिर एक भारत-श्रेष्ठ भारत की भावना का प्रतीक, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला का बयान
राम मंदिर पर लोकसभा सदन में प्रस्ताव पर स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि यह भावी पीढ़ियों को आशा और एकता की मिसाल देगा। यह मंदिर 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' की भावना का प्रतीक है।
17वीं लोकसभा का आज अंतिम सत्र का आखिरी दिन था। आज अंतिम दिन में लोकसभा में अयोध्या राम मंदिर पर एक प्रस्ताव पेश किया गया। इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शनिवार को सदन में रामलला के मंदिर के निर्माण को एक ऐतिहासिक उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा कि यह भावी पीढ़ियों को आशा और एकता की मिसाल देगा।
राम मंदिर के प्रस्ताव पर लगभग चार घंटे हुई चर्चा
गौरतलब है कि सदन में ऐतिहासिक राम मंदिर के निर्माण और श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर लगभग चार घंटे की चर्चा हुई। अंत में प्रस्ताव पढ़ते हुए स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि सदियों के इंतजार के बाद अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हुआ है। जो सुशासन और लोक कल्याण के एक नए युग है। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि यह मंदिर एक भारत, श्रेष्ठ भारत की भावना का प्रतीक है।
पीएम मोदी के भाषण ने शांति के लिए प्रेरित किया- बिरला
ओम बिरला ने राम जन्मभूमि विवाद में अदालत के 2019 के फैसले का जिक्र करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा अपना फैसला सुनाए जाने के तुरंत बाद पीएम मोदी के बयान ने जीत हार हार की भावना के बजाए समाज को शांति के बारे में प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि इस प्रस्ताव के जरिए सदन के सदस्य अयोध्या में हुए ऐतिहासिक कार्य की सराहना करते हैं।
मंदिर आस्था और विश्वास की भावनाओं से भरा- बिरला
सदन में प्रस्ताव को लेकर बोलते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि अयोध्या में बन रहा मंदिर पत्थरों से बनी कोई संरचना नहीं बल्कि यह आस्था और विश्वास की भावनाओं से भरा है। 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले पीएम मोदी के बयान का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने कई धार्मिक स्थलों का दौरा किया और राष्ट्रीय एकता का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि न्यायपालिका और समाज ने इसमें अहम भूमिका निभाई है।