रामनामी संप्रदाय को सवा सौ वर्ष पहले ही पता चल गई थी प्राण प्रतिष्ठा की तिथि, हर साल लगता है मेला; लोग मनाते हैं उत्सव
X
By - Bhilwara Halchal |21 Jan 2024 11:53 PM IST
रायपुर। तन पर राम का नाम गुदवाया, मन को उनका मंदिर बनाया और गत सवा सौ वर्षों से महानदी नदी के किनारे उसी तिथि पर राम के भजन गा रहे हैं, छत्तीसगढ़ के रामनामी समाज के लोग, जिस तिथि में रामलला की अयोध्या धाम में प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है। समुदाय से जुड़े लोग दावा करते हैं कि उनके पूर्वजों को रामलला के प्राण प्रतिष्ठा की तिथि सवा सौ वर्ष पहले ही पता चल गई थी।
सवा सौ साल से हो रहा मेले का आयोजन
सवा सौ साल से मेले का आयोजन प्राण-प्रतिष्ठा की तिथि के अनुसार ही किया जा रहा। रामनामी गुलाराम बताते हैं कि उनके पूर्वजों ने कहा था कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा शुक्ल पक्ष एकादशी से त्रयोदशी के बीच होगी। इन्हीं तिथियों के बीच छत्तीसगढ़ में सक्ती जिले के जैजेपुर में रामनामी मेला भरता है।
Next Story