रेंजर व नौकर 60 हजार की रिश्वत के साथ गिरफ्तार, बंदी का चल रहा था खेल
चित्तौड़गढ़। चित्तौड़ एसीबी की टीम ने सोमवार देर रात क्षेत्रीय वन अधिकारी कार्यालय के रेंजर व नौकर को 60 हजार की रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया है। उदयपुर कैंप के ब्यूरो स्पेशल के थानाधिकारी आदर्श कुमार ने बताया कि आंवलहेडा निवासी भगवान लाल कुमावत ने बस्सी सेंचुरी रेंजर अब्दुल सलीम के खिलाफ शिकायत की, जिसमें बताया कि भगवान लाल खातेदारी किसानों से जलाऊ लकड़ियां ले जाकर बेचने का काम करता है। रेंजर अब्दुल सलीम ने कई बार उसके काम में अड़चन डाली है। 25 मई की रात को रेंजर ने उसकी एक पिकअप गाड़ी को माल व चालक सहित पकड़ कर एक लाख 25 हजार रुपए का जुर्माना लगाया। रुपए लेने के बाद रेंजर ने सिर्फ 25 हजार रुपए की रसीद दी। जिसके बाद रेंजर सलीम ने भगवानलाल से बिना रुकावट काम करने के लिए हर महीने 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगी। इसके साथ ही उसके अधीन काम कर रहे कर्मचारियों को मेनेज करने के लिए 10 हजार रुपए अलग से मांगे। आरोपी रेंजर ने मासिक बंदी के तहत 60 हजार रुपए लेने में सहमति जताई, जिसका 27 जून को सत्यापन करने पर शिकायत सही पाई गई। एसीबी की टीम ने ट्रेप की योजना बनाई। सोमवार शाम को रेंजर सलीम ने अपने एक कर्मचारी से फोन पर कहा कि रेंजर ऑफिस आकर मासिक हिसाब कर ले। इस पर भगवान लाल ने तुरंत एसीबी को सूचना दी। भगवान लाल रुपए लेकर ऑफिस पहुंचा, जहां रुपयों से भरे बैग को टेबल पर रखा। लेकिन इसी दौरान रेंजर को भनक लगने से तुरंत रिश्वत की राशि अपने नौकर पारसोली निवासी मदन लाल पुत्र कालू लाल गुर्जर को दे दी। मदन लाल ने रेंजर के ही घर के पीछे रूपये फेंक दिए, जिसे टीम ने बरामद कर लिया। मदन लाल के हाथों में रंग लगा हुआ मिल गया। साथ ही रेंजर कोटा, हाल बस्सी निवासी मोहम्मद अब्दुल सलीम पुत्र अब्दुल कय्यूम कुरेशी के टेबल पर भी रंग लगा हुआ मिला। इस पर दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। एसीबी के एएसपी कैलाश सिंह सांदू के निर्देशन पर ब्यूरो स्पेशल यूनिट उदयपुर कैम्प के पुलिस निरीक्षक आदर्श कुमार, एएसआई नेमी चंद, हेड कानि श्याम लाल, ओमप्रकाश शर्मा, कानि खालिद हुसैन, सुनील कुमार, जितेंद्र सिंह, शेर सिंह और जय राम की टीम ने कार्रवाई की।