अफीम नीति के विरोध में दिल्ली पहुंचकर जंतर-मंतर पर दिया धरना
चित्तौडग़ढ़। जंतर मंतर नई दिल्ली पर भारतीय अफीम किसान संघर्ष समिति राजस्थान मध्य प्रदेश उत्तर प्रदेश के बैनर तले वर्ष 2008 से आज तक अफीम के वर्ष 1997-98 में कटें पट्टों को बहाल करने की मांग को लेकर संघर्ष कर रहें संघर्षी किसान और किसानों पुत्रों ने शुक्रवार को जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर केंद्र सरकार द्वारा जारी की गई अफीम नीति 2023-24 को अति शीघ्र संशोधन कर वर्ष 1997-98 में छपी हुई लिस्ट छापकर सभी अफीम पट्टे लूनी चिराई के अधिकार के साथ बहाल करने और सीपीएस पद्धति समाप्त करने का ज्ञापन राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केंद्रीय वित्त मंत्री, वित्त राज्यमंत्री भारत सरकार को प्रेषित किया गया।
प्रतिनिधि मंडल में भारतीय अफीम किसान संघर्ष समिति के संरक्षक मांगीलाल मेघवाल बिलोट, राष्ट्रीय अध्यक्ष नरसिंह दास बैरागी, कोषाध्यक्ष भोपाल सिंह चौहान, समिति सचिव भैरूलाल चिकसी, देवीलाल सेन, रामचंद्र डांगी भगोर, गोवर्धन लाल धनोतिया मंदसौर, अशोक धाकड़ देलवास, कमल सिंह चौहान, मीडिया प्रभारी अनिल सिंह चौहान, निर्भय राम आंजना, कमलेश पटेल, गोरेलाल धाकड़ राणावत खेड़ा, भगवान डांगी, जसराज मेघवाल, बंटी सिंह चौहान, जय लाल बंजारा, गणेश लाल भील, भारत सिंह चौहान, भवानी सिंह, कालूलाल, कन्हैयालाल, भगतराम, अशोक गौतम, द्वारका लाल मीणा, हीरालाल लोधा, नंदकिशोर, कन्हैयालाल राठौर, भगत लाल राठौर, जसवंत सिंह चौहान सहित 31 सदस्य प्रतिनिधि मंडल ने दिल्ली के जंतर-मंतर पहुंचकर पहले तो धरना प्रदर्शन किया फिर सभी ने एक साथ मिलकर केंद्र सरकार को ज्ञापन प्रेषित किया।