पढ़िए काम की खबर , वाहनों में ब्रेक, एक्सीलेटर, और क्लच का क्या होता काम
गाड़ी चलाना तो हर किसी को पसंद होता है, लेकिन क्या आपने कभी गौर किया है कि गाड़ी भले ही कोई सुविधा न हो, लेकिन उसे चलाने के लिए तीन चीज़ें बहुत महत्वपूर्ण होती हैं. ये तीन चीजें हैं क्लच, ब्रेक और एक्सीलेटर. अगर आप इनके कार्यों के बारे में नहीं जानते, तो आज हम आपको बताने वाले हैं हर वाहन में इस्तेमाल किए जाने वाले इन तीन चीजों के बारे में, तो चलिए जानते हैं एक गाड़ी में क्या होती है इनकी भूमिका.
क्या होता है ब्रेक?
सड़क पर वाहन चलाते समय तेज गति को कम करने या एक निश्चित दूरी पर रोकने के लिए जिस शक्ति का प्रयोग किया जाता है उसे ब्रेक कहते हैं. किसी भी वाहन को उसकी क्षमता के अनुरूप एक निश्चित गति से स्थिर करने वाले मैकेनिज्म को ब्रेकिंग सिस्टम कहा जाता है. यानि साधारण भाषा में कहें तो किसी भी चलते हुए वाहन के पहियों को रोकने के लिए जिस बल का प्रयोग होता उसे ब्रेक कहते हैं. वाहनों में कई प्रकार के ब्रेक का इस्तेमाल किया जाता है. जैसे, मकेनिकल ब्रेक (इसमें ब्रेक पैडल, ब्रेक शू, ब्रेक शू लाइनिंग, ब्रेक ड्रम, ब्रेक शू रिटर्न स्प्रिंग, केम, लिंक या रॉड का इस्तेमाल किया जाता है), फुट ब्रेक सिस्टम, हैंड ब्रेक, हाइड्रोलिक ब्रेक, वैक्यूम ब्रेक, इलेक्ट्रिक ब्रेक.
क्लच क्या होता है?
ऑटोमोबाइल के क्षेत्र में क्लच का उपयोग इंजन से ड्राइविंग व्हील्स तक पावर ट्रांसमिट करने के लिए किया जाता है. वाहनों में क्लच एक ऐसा उपकरण होता है जिसका इस्तेमाल एक गियर से दूसरे गियर में में शिफ्ट करने के लिए किया जाता है. गाड़ी का क्लच कुछ विशेष पार्ट्स को सम्मिलित करके बनाया जाता है, जिसमें फ्लाई व्हील, पायलट गियर, क्लच प्लेट, रिलीज लीवर, क्लच शाफ्ट शामिल हैं.
कैसे काम करता है?
जब वाहन तेज या धीमा होता है, तो उसके रफ्तार में परिर्वतन के लिए गियर को चेंज करने की होती है. ऐसा करने के लिए क्लच पेडल को दबाया जाता है, जिससे क्लच प्लेट का फ्लाईव्हील से संपर्क हट जाता है और इंजन का पॉवर पहियों को मिलना बंद हो जाता है. इसी समय गियर को बदलकर क्लच को वापस छोड़ दिया जाता है, जिससे इंजन का पॉवर पहियों को फिर से मिलने लगता है.
क्या होता है एक्सीलेटर?
किसी भी वाहन में एक्सीलेटर एक ऐसा उपकरण है, जिसे दबाकर वाहन की गति को तेज किया जा सकता है. यह उपकरण इंजन में फ्यूल और ऑक्सीजन की मात्रा को नियंत्रित करता है. जब इसे दबाया जाता है तो यह तेजी से ऑक्सीजन की मात्रा फ्यूल के साथ इंजन में भेजने लगता है जिससे इंजन अधिक पॉवर जेनरेट करने लगता है और वाहन की गति में इजाफा होने लगता है.