हिन्दुस्तान जिंक के चंदेरिया प्लान्ट में आपदा प्रबंधन का पूर्वाभ्यास
चित्तौड़गढ़। हिन्दुस्तान जिं़क के चंदेरिया संयंत्र में हाइड्रो रोस्टर 2 जीसीपी क्वीन्च टॉवर इनलेट के पास डक्ट से सल्फरडाइ ऑक्साइड गैस लिकेज होने की सूचना और उसमंे दो कर्मचारियों के बेहोश होने की जानकारी दी गयी। सूचना मिलते ही जिंक प्रशासन एवं जिला प्रशासन ने तुरन्त हरकत में आकर बचाव एवं स्थिति पर काबू पाने की उपयुक्त तथा त्वरित कार्यवाही शुरू की। भारत सरकार के नेशनल डिजास्टर मेनेजमेंट ऑथोरिटी के तहत् हिन्दुस्तान जिंक की इकाई चन्देरिया लेड जिंक स्मेल्टर मंे हाइड्रो 2 में ऑफसाईट इमरजेंसी रेस्पोन्स ड्रील किया गया। प्रातः 11 बजे सबसे पहले गैस लिकेज़ की सूचना पर जिंक प्रशासन की फायर ब्रिगेड एवं एम्बूलेंस के साथ रेस्क्यू टीम ने मौके पर पहुंच तुरन्त बचाव एवं नियंत्रण की कार्रवाई शुरू कर दी। घटना की जानकारी मिलते ही चंदेरिया लेड जिं़क स्मेल्टर के एसबीयू हेड कमोद सिंह ने रेस्क्यू एवं कंट्रोल रूम पहुंच कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए एवं जिला प्रशासन को सूचित किया। उन्होंने अपनी टीम के अन्य सदस्य सेफ्टी हेड आदित्य सिंह एवं टीम,पायरो डिप्टी हेड चंडीदास, पंकज जैन, महेश कनन, युवराज सिंह,पीसी गर्ग, पदम लोचन, पीनल प्रजापत सहित सिक्योरिटी टीम ने मौके पर पहंुच कर आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित किये। इसी बीच प्लांट को तुरंत बंद कर मॉकड्रील के तहत् वहां मौजूद कर्मचारियों को सुरक्षित बाहर निकाला एवं लीकेज़ पर काबू पाने के लिए कारखानें में उपलब्ध संसाधनों स्प्रींकलर सिस्टम, फायर ब्रीगेड, फायर हाईड्रेन्ट मोनिटर से पानी का क्लाउड बनाकर सल्फर डाइ ऑक्साइड को नियंत्रित करने का प्रयास किया गया। बाहरी सहायता मिलने से पूर्व ही जिंक प्रशासन द्वारा स्थिति पर काबू पा लिया गया। इस बीच सबसे पहले तहसीलदार गंगरार गजराज मीणा, पुलिस उपअधीक्षक भवानी सिंह राठौड़, सीआई गंगरार शिवलाल मीणा, चंदेरिया पुलिस थाना से रईस मोहम्मद, नगर परिषद से अग्नि शमन वाहन एवं एम्बुलेंस, बिरला सीमेंट से अग्निशमन वाहन एवं एम्बुलेंस, क्यूआरटी पुलिस चित्तौडगढ़, पुलिस जाप्ता, श्री सावलिया जी चिकित्सालय से एंबुलेंस, विद्युत विभाग से एक्सइएन वीएस अत्री जीआरपी पुलिस मौके पर पहुंचे। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने स्थिति का जायजा लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिये। हिन्दुस्तान जिं़क के सेफ्टी हेड आदित्य सिंह ने अधिकारियों को सारे घटनाक्रम की विस्तृत जानकारी दी एवं मॉकड्रील को संचालित किया। मौके पर मौजूद अधिकारियों ने मॉक ड्रील को सराहनीय एंव सफल बताते हुए किसी भी आपदा की स्थिति में उद्योग तत्परता से प्रबंधन एंव बचाव राहत के कार्य करने हेतु निर्देशित किया। मॉक ड्रील के दौरान आईओसीएल के टर्मीनल सेफ्टी ऑफीसर दीप्ति मूदंडा, चंदेरिया स्मेल्टर की सेफ्टी टीम से अभिषेक कोठारी, जीवीतेश उपाध्याय, अर्जुन डीएम, मिनाक्षी कुमावत, दीपक पटेल एवं शुभम् ने मुस्तैदी से आपातकालीन ििस्थ्त को नियंत्रित करने में सहयोग किया।