खुदरा उर्वरक विक्रेता सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम प्रशिक्षण का शुभारम्भ
चित्तौड़गढ़। कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा आयोजित 15 दिवसीय खुदरा उर्वरक विक्रेता पाठ्यक्रम प्रशिक्षण के शुभारम्भ अवसर पर मुख्य अतिथि केन्द्रीय सहकारी बैंक लिमिटेड मुख्य प्रबंधक नाना लाल चावला ने प्रशिक्षणार्थियों से आव्हान किया कि वे सच्ची लग्न व निष्ठा से अपने व्यवसाय के साथ किसानों को सही समय पर सही सुझाव देकर अप्रत्यक्ष रूप से उनके लिए बदलाव अभिकर्ता के रूप में सहायता करें। उप निदेशक उद्यान डॉ. शंकर लाल जाट ने उर्वरकों के सन्तुलित उपयोग एवं मृदा परीक्षण के महत्व पर प्रकाश डालते हुए मृदा स्वास्थ्य कार्ड, पोषक तत्व प्रबन्धन, समन्वित पोषक तत्व के लाभ, जैविक खेती और उसके लाभ, कार्बनिक खेती आदि के बारे में भी चर्चा की। उप निदेशक, आई.पी.एम. ओ.पी. शर्मा ने प्रशिक्षणार्थियों को उर्वरक उपयोग दक्षता बढ़ाने के उपाय सुझाए तथा टिकाऊ खेती समन्वित कृषि पद्धति की फसल विविधीकरण आदि विषयों पर जानकारी देकर उनका ज्ञान वर्धन किया। प्रशिक्षण समन्वयक डॉ. रतन लाल सोलंकी ने बताया कि प्रशिक्षण में जिले की विभिन्न पंचायत समितियो से एवं ग्रामीण क्रय विक्रय सहकारी समितियो से कुल 35 प्रशिक्षणार्थियों ने भाग ले रहे है, जिन्हें उर्वरक सर्टिफिकेट कोर्स सम्बन्धी सैद्धान्तिक एवं प्रायोगिक जानकारियां प्रदान की जायेगी। प्रशिक्षण शुभारम्भ के अवसर पर सहायक निदेशक उद्यान विभाग डॉ. प्रकाश खटीक, कृषि अधिकारी विजय सिंह, रमेश माली, राजू लाल गुर्जर आदि उपस्थित थे।