बस में भूले बैग को लौटाया मालिक को
चितौड़गढ़। जहां एक बस और ट्रेन से आए दिन बेंग मोबाइल जैसी वस्तुएं चोरी होने की घटनाएं सामने आती है, वहीं कई बार कुछ व्यक्तियों के कारण यह विश्वास प्रबल हो जाता है कि ईमानदारी आज भी जिंदा है। ऐसी ही एक घटना चित्तौडग़ढ़ रोडवेज बस स्टैंड पर सामने आई जब 4 दिन पूर्व उदयपुर से आई बस के चालक अहमद नूर खान, परिचालक सोहन ने बस में लावारिस मिला बेग 3 दिन तक प्रयास कर उसके असली मालिक तक पहुंचाया, जिसमें पूरे परिवार के मूल दस्तावेज और चांदी के जेवरात, कपड़े, चार्जर सहित काफी सामान रखा हुआ था। चालक अहमद नूर ने बताया कि शुक्रवार को उदयपुर से आने के बाद वह बस की सफाई कर रहे थे, जिसमें सीट के नीचे एक बैग दिखाई दिया। काफी देर इंतजार करने के बाद भी बेग को लेने कोई नहीं आया। बेग को खोलकर देखने पर उसमें लालू राम गवारिया, मैना कुमारी गवारिया के परिवार के आधार कार्ड, जन आधार कार्ड, राशन कार्ड, पैन कार्ड, जॉब कार्ड, वोटर आईडी सहित कई मूल दस्तावेज मिले। इसके साथ ही बैग में चांदी के कुछ जेवरात और कपड़े आदि सामान भी रखा हुआ था। बेग में मिले दस्तावेजों के आधार पर उन्होंने कई स्थानों पर फोन लगाया, अंततः मैना कुमारी के परिवार से संपर्क हुआ। इसके बाद सोमवार को उन्हें चित्तौडग़ढ़ बुलाकर रोडवेज के मुख्य प्रबंधक राकेश सारस्वत, प्रबंधक प्रशासन नरेश कुमार बोरीवाल की उपस्थिति में महिला का बेग, जेवरात, दस्तावेज सहित सभी वस्तुएं उन्हें सौंपी गई। महिला ने अपने परिवार के लगभग सभी दस्तावेज व हजारों के जेवरात वापस पाकर चालक अहमद नूर का आभार प्रकट किया। वहीं प्रबंधक राकेश सारस्वत ने चालक की प्रशंसा करते हुए कहा कि रोडवेज कर्मचारियों की इमानदारी के चलते ही आमजन का रोडवेज पर भरोसा कायम है।