कार में बच्चों की सुरक्षा भी है जरूरी, जानें किन कारों में है सुधार की जरूरत
वाहनों की स्पीड बढ़ती जा रही है ऐसे में सुरक्षा का ध्यान रखना भी काफी जरूरी हो जाता है। व्यस्कों के साथ बच्चों की सुरक्षा भी काफी अहम होती है। भारत में मिलने वाली कौन सी कारें बच्चों की सुरक्षा के मामले में फिसड्डी साबित होती हैं। आइए जानते हैं।
मारुति एस प्रेसो
देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति की ओर से सबसे छोटी एसयूवी के तौर पर बेची जाने वाली एस प्रेसो बच्चों की सुरक्षा के मामले में सबसे फिसड्डी कारों में से एक है। ग्लोबल एनसीएपी क्रैश टेस्ट के दौरान एस प्रेसो को बच्चों की सुरक्षा के मामले में जीरो स्टार मिले हैं। बच्चों को मिलने वाले नंबर में इसे 49 में से सिर्फ 3.52 नंबर हासिल हुए। जिसके कारण कंपनी को इस बात पर ध्यान देते हुए बच्चों की सुरक्षा के लिए जरूरी सुधार करने की जरूरत है।
मारुति इग्निस
मारुति की नेक्सा प्रीमियम डीलरशिप के जरिए बेची जाने वाली हैचबैक इग्निस भी बच्चों की सुरक्षा के मामले में एकदम फिसड्डी है। एस प्रेसो की तरह ग्लोबल एनसीएपी क्रैश टेस्ट में इसे भी बच्चों की सुरक्षा के लिए 49 में से सिर्फ 3.86 नंबर हासिल हुए हैं। जीरो रेटिंग के साथ यह कंपनी की दूसरी ऐसी कार है जिसमें बच्चों को सुरक्षा नहीं मिलती।
मारुति स्विफ्ट
मारुति की तीसरी हैचबैक स्विफ्ट है। जो बाकी दोनों कारों के मुकाबले बच्चों के लिए थोड़ी सुरक्षित है। इस कार को ग्लोबल एनसीएपी क्रैश टेस्ट में बच्चों की सुरक्षा के लिए एक स्टार मिला है। कंपनी की बाकी दोनों कारों की तरह इसका भी साल 2022 में टेस्ट किया गया था। जिसके बाद यह नतीजे आए। इसे बच्चों की सुरक्षा के लिए 49 में से 16.68 नंबर हासिल हुए हैं।
निसान मैग्नाइट
जापानी कार कंपनी निसान की ओर से भारतीय बाजार में कॉम्पैक्ट एसयूवी के तौर पर मैग्नाइट को काफी ज्यादा पसंद किया जाता है। इस एसयूवी ने बेहद कम समय में ही काफी अच्छी पहचान बनाई है। व्यस्कों की सुरक्षा के मामले में इसे भले ही फोर स्टार मिले हों लेकिन बच्चों की सुरक्षा के मामले में यह एसयूवी काफी पीछे है। ग्लोबल एनसीएपी क्रैश टेस्ट में बच्चों की सुरक्षा के लिए इसे सिर्फ दो स्टार मिले हैं। इस एसयूवी ने 49 में से सिर्फ 24.88 नंबर बच्चों की सुरक्षा के लिए हासिल किए हैं।
रेनो काइगर
निसान मैग्नाइट की तरह ही रेनो काइगर भी बच्चों की सुरक्षा के मामले में कई कारों से पीछे है। कॉम्पैक्ट एसयूवी के तौर पर भारतीय बाजार में बेची जाने वाली इस कार को भी बच्चों की सुरक्षा में सिर्फ दो स्टार हासिल हुए हैं। ग्लोबल एनसीएपी क्रैश टेस्ट में इसे 49 में से सिर्फ 21.05 नंबर हासिल हुए हैं।