लोकसभा चुनाव में ताल ठोकने के लिए मैदान उतरे संघ-भाजपा, इन सीटों पर बदल सकते हैं चेहरे
मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव की रणनीति तैयार करने को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा के दिग्गज पदाधिकारियों गुरुवार को अहम बैठक करने जा रहे हैं। राजधानी भोपाल के पास सिहोर में हो रही इस बैठक में आगामी बड़े फैसलों की जमीन तैयार होगी। साथ ही प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में से एक दर्जन से अधिक सीटों पर नए चेहरे उतारने को लेकर मंथन किया जाएगा।
सिहारे के एक रिसोर्ट में हो रही इस बैठक में कई सत्रों में चर्चा होगी। इसमें संघ के सह सरकार्यवाह अरुण कुमार और भोपाल के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष भी शामिल होंगे। इसके अलावा राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश, प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष वीडी शर्मा, संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा के अलावा वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहेंगे। इस बैठक में सीएम डॉ. मोहन यादव और कोर ग्रुप के कुछ सदस्य भी शामिल हो सकते है। मीटिंग में एमपी विधानसभा चुनाव की तर्ज पर लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों पर चर्चा कर रणनीति बनाई जाएंगी।
संघ से जुड़े सूत्रों ने बताया कि विधानसभा चुनाव के दौरान और उसके बाद संघ और भाजपा को जो फीडबैक मैदानी स्तर से मिला है इसी को ध्यान में रखते हुए 2023 की रणनीति बनाई जाएगी। जीत हासिल करने के लिए सत्ता और संगठन के पदाधिकारियों को नए सिरे से जिम्मेदारी और कार्यक्रम सौंपे जाएंगे। मार्च के शुरुआत में लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लग सकती है। इसे देखते हुए सभी अभी से तैयारियों में जुटने के निर्देश जाएंगे।
सूत्र बताते हैं कि बैठक में लोकसभा की उन सीटों पर भी चर्चा होगी, जहां सत्ता—संगठन के नेताओं से संबंधित क्षेत्रों के जिताऊ प्रत्याशियों का फीडबैक मांगा गया है। भाजपा हाईकमान ने 7 सांसदों को विधानसभा चुनाव में उतारा था। इसमें से 5 सांसद चुनाव जीत चुके हैं। मंडला और सतना सांसद विधानसभा चुनाव में पराजित हो गए हैं। इसलिए ऐसा माना जा रहा है कि इस बार सातों सीटों पर नए चेहरे सामने आएंगे। इनके अलावा करीब आधा दर्जन संसदीय क्षेत्र भी हैं, जहां बदलाव संभावित माना जा रहा है। इनमें भोपाल, सागर, मंदसौर, रीवा और राजगढ़ संसदीय क्षेत्र भी हो सकते हैं।