विधायक आक्या के समर्थन में उतरा संत समाज, शीर्ष नेतृत्व से टिकट पर पुनः विचार का किया आग्रह
चित्तौड़गढ़। विधायक चंद्रभान सिंह आक्या के समर्थन में गुरूवार को आयोजित धर्मसभा को सम्बोधित करते संतों महंतो ने विधायक चंद्रभान सिंह आक्या का पार्टी द्वारा टिकट कांटने को लेकर भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को पुनः विचार करने पर जोर दिया। समारोह में हजारों की संख्या में आमजन व चंद्रभान सिंह आक्या के समर्थक जुट गए। बड़ी सादड़ी से आए संत आचार्य सुदर्शनाचार्य महाराज ने संबोधित करते हुए कहा कि हलवे के जैसी जीती हुई सीट के साथ छेड़छाड़ करना जनता कतई स्वीकार नहीं करेगी, इस सीट से छेड़छाड़ का मतलब मेवाड़ की सभी सीटों पर असर डालना है, वहीं टिकट नहीं बदलने पर मेवाड़ में बीजेपी को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि जहां गलत हो रहा हो वहा यदि नहीं बोला जाए तो आने वाली पीढियों का भी सर्वनाश हो जाता है। उन्होंने कहा कि जीते हुए प्रत्याशी का टिकट कांट कर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष की गलती का असर आने वाले विधानसभा में राजस्थान और लोकसभा चुनाव में देश को नुकसान के साथ भुगतना होगा। उन्होंने जोशी की दो बार जीत के संदर्भ मंे कहा कि मोदी लहर मंे उड़कर तो कोई भी आसमान तक पहुचं सकता है। उन्होंने कहा कि मेवाड़ बिना चंद्रभान के बाजी नहीं मार सकता। ऐसे मंे पार्टी द्वारा की गई गलती को पुनः सुधारा जा सकता है, नही तो सीएम के सपने देखने वाले जोशी को जो पद मिला हुआ है वो भी नहीं रह पायेगा। उन्होंने कहा कि उपचुनाव में वल्लभनगर में पहले भी अपनी हठधर्मिता के चलते सीट गवाई थी, यह सभी लोग जानते हैं। उन्होंने आला कमान से आग्रह किया कि सीट पर फिर से पुनर्विचार कर मेवाड़ में चंद्रभान सिंह आक्या और उत्तर प्रदेश में योगी आदित्य नाथ को ना छेड़ा जाए नहीं तो जनता इसका जवाब देगी। उन्होंने आक्या को सर्मधर्म समाज का पर्याय बताते हुए कहा कि पिछले एक दशक में उन्होंने क्षेत्र के सभी लोगों की तह दिल से सेवा की है, ऐसे जनप्रिय प्रतिनिधि का प्रदेश नेतृत्व द्वारा टिकट काटा जाना भाजपा के लिये नुकसान दायक साबित होगा। उन्होंने कहा कि आक्या न केवल भाजपा के सशक्त दावेदार है वरन् क्षत्रिय, ब्राहम्ण व सर्वसमाज के प्रबल समर्थक माने जाते है, जिन्हें विजयी भव का आशीर्वाद देने के लिये इस धर्म सभा में मेवाड़ के प्रमुख संत महंत मौजूद है। समारोह का संबोधित करते हुए हजारेश्वर मंदिर महंत चंद्रभारती महाराज ने कहा कि 10 वर्षों तक चित्तौड़़ विधानसभा क्षेत्र में चंद्रभान सिंह आक्या ने जो इतनी मेहनत की है उसका फल उन्हें मिलना चाहिए, हम सोच बैठे थे कि इस बार आक्या लगभग 60 हज़ार वोटों से जीत दर्ज करेंगे, लेकिन शीर्ष नेतृत्व ने समर्थकों और कार्यकर्ताओं की राय को दरकिनार करते हुए उनका टिकट बदल दिया। उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष जोशी को रावण बताते हुए कहा कि ब्राह्मण व संत महात्मा भी जब आक्या के साथ हैं तो इस स्थिति में भी प्रदेश अध्यक्ष द्वारा गलत निर्णय लेकर आलाकमान को फीडबैक देकर टिकट बदलवाने पर सहमति जता दी, जनता इसका जवाब चुनाव में देगी और चंद्रभान सिंह आक्या विजय हो इसका आशीर्वाद दिया। बिजयपुर से आए संत वैष्णव दासजी महाराज ने कहा कि आक्या एक अनुभवी वह अच्छे नेता हैं, दो विधायक भी रह चुके हैं ऐसी स्थिति में भी उनका टिकट कटना स्वाभाविक तो नहीं है। जो व्यक्ति 36 कौम को साथ लेकर चल रहा हो बिना किसी कारण टिकट काटना कहीं ना कहीं भाजपा की कोई कमी है। ब्रह्माकुमारी आशा दीदी ने कहा कि हम भी चाहते हैं कि आक्या को टिकट मिले, जनता की भी यही मनोकामना है कि हमारा विधायक स्थानीय हो जो सबको साथ लेकर चलने वालों हो। इस अवसर पर सुरेश झंवर, प्रवीण सिंह राठौड़, भंवर सिंह खरड़ी बावड़ी, अनिल ईनाणी, भरत जागेटिया, करनल सिंह राठौड़, दिनेश चतुर्वेदी, रामेश्वर धाकड़, कमलेश खटीक, अशोक जोशी, पार्षद नवीन पटवारी, प्रकाश भट्ट, भोलाराम प्रजापत, राजन माली सहित बड़ी संख्या में समर्थक व महिलाएं शामिल थी।
शीर्ष नेतृत्व अवश्य पुनः विचार करेगा-आक्या
विधायक चंद्रभान सिंह आक्या ने कहा कि उनके समर्थन मंे सर्व समाज के साथ-साथ संतो की भावना व आशीर्वाद को देखते हुए उन्हें अब भी विश्वास है कि शीर्ष नेतृत्व एक बार पुनः गहन मंथन कर चित्तौड़ विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनायेंगे। आक्या चुनाव कार्यालय के शुभारम्भ अवसर पर आयोजित संत सम्मेलन में सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आम जनता के बलबूते पर चुनाव लड़ना है, जिसमें मात्र 29 दिन रह गये है, ऐसी स्थिति में समस्त कार्यकर्ता व समर्थक पिछले पांच दिनों की गई बैठकों के साथ पूरे मनोयोग से चुनावी समर मंे उतर जाए ताकि पूर्व अनुमान से अधिक वोटों से जीत हांसिल की जा सके। उन्होेंने सभी का आह्वान किया कि वें पूरे जोश व उत्साह के साथ चुनावी गतिविधियों में जुट कर मनोयोग से एक-एक मतदाता से सम्पर्क करें तथा इस दौरान उन पर आने वाले किसी भी प्रकार के दबाव की परवाह नहीं करें। उन्हांेने कहा कि आगामी 2 नवम्बर को हजारों समर्थकों के साथ वे अपना नामांकन पर्चा दाखिल करेंगे। उन्होंने बताया कि उनकी लोकप्रिय छवी को देखते हुए अन्य राजनैतिक दलों द्वारा भी पेशकश की गई है लेकिन वे अब तक भाजपा के सच्चे सिपाही रहे है ऐसी स्थिति मेें अपनी ही पार्टी के बलबूते पर चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि क्षेत्रवासियों को घोषित प्रत्याशी राजवी का विरोध करने के बजाय राज्य व केंद्रीय आलाकमान जनभावना को देखते हुए उनके बारे मंे पुनर्विचार कर ऐसे वरिष्ठ नेता को अन्य कही से भी चुनावी मैदान में उतारा जा सकता है।
विधि विधान से हुआ कार्यालय का शुभारंभ
गुरुवार को शहर के प्रताप नगर में स्थित एक निजी होटल के बेसमेंट में चंद्रभान सिंह के विधानसभा चुनाव कार्यालय का शुभारंभ आचार्य सुदर्शनाचार्य महाराज, हजारेश्वर मंदिर के महंत चंद्रभारती महाराज, वैष्णव दासजी महाराज, कालिका माता मंदिर महंत नारायण पुरी महाराज, स्वामी सरस्वती यति द्वारा मंत्रोच्चार कर मौली बंधन खोलकर कार्यालय का शुभारंभ किया गया। साथ ही संतो द्वारा विधायक आक्या को विजयी होने का भी आशीर्वाद दिया गया।