सत्संग कार्यक्रमः दांतड़ा धाम सत्संग में उमड़े श्रद्धालु, भक्ति रस में श्रोता हुए भाव विभोर

सत्संग कार्यक्रमः दांतड़ा धाम सत्संग में उमड़े श्रद्धालु, भक्ति रस में श्रोता हुए भाव विभोर
X

पारोली। संत दासोत धाम दांतड़ा  में संतदास महाराज के 274 में निर्वाण दिवस आयोजित अणभैवाणीजी सत्संग कार्यक्रम के दौरान सत्संग में संतों ने अपने प्रवचनों को ज्ञान की बाते संगीत के माध्यम से सुनाकर श्रोताओं को भक्ति रस में सराबोर कर दिया। संगीतमय धार्मिक भजनों  पर महिलाएं झूम उठी।

 पीठाधीश्वर निर्मलराम महाराज ने संगीतमय भजनों के द्वारा लोगों को सत्संग में ज्ञान भरी बातें सुनाई।पीठाधीश्वर निर्मल राम महाराज ने बताया कि

मनुष्य को अपने भाई भरत जैसा मातृभाव धारण करना चाहिए और परलोक को संवारना चाहिए। कैवल्य ज्ञान आश्रम काशी के अनुभव दास महाराज सहित 

दूर दराज के आश्रमों से यहां सत्संग कार्यक्रम में संतों का समागम हो रहा है, वहीं धार्मिक आयोजन से भक्ति रस की गंगा बह रही है। किसी जीव को मारना, तड़पाना राक्षसों का काम है, मनुष्य का नहीं। 

झूठ न बोलना, ठगी, बेइमानी न करना, भ्रष्टाचार, रिश्वतखोरी न करना और कभी भी किसी का बुरा न सोचना, न करना, निंदा-चुगली नहीं करनी चाहिए।आदि बाते सत्संग में बताई गई।

Next Story