बेटी के विवाह के लिए बचाये रुपये दिये उधार, बदले में दिया मर्ज हो चुके बैंक का चेक, अब राशि लौटाने में कर रहा है आना-कानी, केस दर्ज

भीलवाड़ा बीएचएन। जवाहरनगर के एक व्यक्ति से उसी के परिचित ने व्यवसाय के लिए रुपयों की आवश्यकता बता कर ढाई लाख रुपये उधार लेकर अन्य बैंक में मर्ज एक बैंक का चेक थमा दिया। चेक अनादरित होने पर जब इस व्यक्ति ने रुपयों का तकाजा किया तो वह आना-कानी करने लगा। पीडि़त का कहना है कि उसने यह राशि बेटी के विवाह के लिए बचाकर रखी थी। फिल्हाल पीडि़त की रिपोर्ट पर प्रताप नगर पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरु कर दी।
पुलिस ने बीएचएन को बताया कि जवाहर नगर निवासी ओमप्रकाश 55 पुत्र गंगाराम मारू ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत दी। मारू ने शिकायत में मेडीखेड़ा फाटक, गंगरार के गोपाल सुवालका को आरोपित बनाया है। शिकायत के मुताबिक परिवादी व आरोपित मार्बल-ग्रेनाइट का काम करते हैं। गोपाल ने 6 माह पहले व्यवसाय के लिए रुपयों की जरुरत बताते हुये ओमप्रकाश से ढाई लाख रुपये उधार मांगे। ओमप्रकाश ने बेटी के विवाह के लिए बचाकर रखे ढाई लाख रुपये गोपाल को दे दिये। गोपाल ने दिसंबर 2022 के अंत तक पैसा लौटाने की बात कहकर सिक्योरिटी पेटे एक चेक कॉरपोरेशन बैंक का ओमप्रकाश को दिया। यह चेक 30 दिसंबर 22 को ओमप्रकाश ने बैंक में सिकराने के लिए लगाया। बैंक ने यह चेक अनादरित कर दिया। ओमप्रकाश ने बैंक के बारे में पता किया तो जानकारी मिली कि यह बैंक 2020 में ही अन्य बैंक में मर्ज हो गया था। यह बात जब ओमप्रकाश ने गोपाल को बताई तो उसने कहा कि मैंने तो चेक दे दिया था । अब बैंक वाले पैसा नहीं दे रहे तो इसमें मैं क्या करूं। वह, पैसा लौटाने को लेकर बहाने बना रहा है। पुलिस अधीक्षक के आदेश से प्रताप नगर पुलिस ने अपराध धारा 420 भादस के तहत केस दर्ज कर लिया।
