रिश्वत के आरोपी चाईल्ड लाईन संचालक भोजराज के खुलेंगे राज
चित्तौड़गढ़। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरों के हत्थे चढे चाईल्ड लाईन संचालक भोजराज के अब कई राज जांच के दौरान खुलेंगे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कैलाश सिंह सांदू ने बताया कि गांधीनगर सेक्टर 5 निवासी गोपाल पुत्र देवीलाल चावला ने एसीबी में शिकायत की थी, जिसमें बताया था कि गोपाल चावला ने 15 सितंबर 2022 से चाइल्ड हेल्पलाइन में काम के लिए नौकरी शुरू की, जिसके बाद से ही संचालक उदयपुर निवासी भोजराज पुत्र दलपत सिंह ने गोपाल को सैलरी नहीं दी। गोपाल चावला ने अपने काम के बदले में सैलरी की मांग की। संचालक ने 1 अगस्त 2022 से 15 सितंबर 2022 तक के फर्जी हाजरी लगाकर डेढ़ महीने के 12 हजार रुपए गोपाल चावला के खाते में जमा करवाएं। इसके अतिरिक्त 16 सितंबर से 30 सितंबर 2022 की वैध सैलरी के 4000 रुपए भी खाते में जमा करवाए। इसके बाद भोजराज सिंह ने गोपाल से इन्हीं रुपयों की मांग की। उसने गोपाल के अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर महीने की सैलरी रुकवा दी और 16 हजार रुपए उसके बदले में देने की बात कही। शिकायत मिलते ही भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो उदयपुर रेंज के उप महानिरीक्षक राजेंद्र प्रसाद गोयल के निर्देश पर ट्रैप की कार्रवाई शुरू की। सबसे पहले 5 मई को सत्यापन किया गया। भोजराज ने यह 16 हजार रुपए लेने के लिए गोपाल को कलेक्ट्रेट में स्थित पुराना हॉस्पिटल में संचालित चाइल्ड लाइन कार्यालय में बुलाया। गोपाल ने मंगलवार देर शाम को ऑफिस गया और भोजराज को रुपए दिए। इसी दौरान एसीबी की टीम ने भोजराज को रंगे हाथों पकड़ लिया। बुधवार को रिश्वत के आरोपी भोजराज को एसीबी के उदयपुर न्यायालय में पेश कर पीसी रिमाण्ड मांगी गई। सूत्रों के मुताबिक भोजराज द्वारा अन्य कार्मिकों व संस्थान में रहते हुए कई घोटाले करने की संभावना के मद्देनजर पीसी रिमाण्ड मिलने पर अन्य कई राज खुल सकते है।