विहिप दुर्गावाहिनी का सात दिवसीय शौर्य प्रशिक्षण वर्ग प्रारम्भ
चित्तौड़गढ़। गांधीनगर स्थित विद्या निकेतन विद्यालय में विश्व हिन्दू परिषद दुर्गावाहिनी चित्तौड़ प्रान्त का सात दिवसीय शौर्य प्रशिक्षण वर्ग का शुभारम्भ सोमवार को भारत माता, मां दुर्गा व राम दरबार के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलन कर, माल्यार्पण के साथ किया गया। गुजरात प्रांत क्षेत्रीय संयोजिका एवं महाराष्ट्र, राजस्थान दुर्गा वाहिनी पालक डॉ यज्ञा जोशी मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रही। मुख्य अतिथि विहिप क्षेत्रीय संगठन मंत्री राजाराम, मातृशक्ति प्रांत संयोजिका अलका गौड़ उपस्थित थे। दुर्गावाहिनी प्रांत संयोजिका लता पंड्îा ने बताया कि शौर्य प्रशिक्षण वर्ग में चित्तौड़ प्रांत के 8 विभागों के 27 जिलों से कुल 320 शिक्षार्थी, 25 शिक्षिका बहनें एवं 5 प्रबंधिकाओं सहित कुल 350 प्रशिक्षणार्थी भाग ले रहे है। उन्होंने दैनिक दिनचर्या बताते हुए कहा कि प्रातः जागरण साढ़े चार बजे से रात्रि साढ़े 10 बजे दीप विसर्जन तक शारीरिक, बौद्धिक, चर्चा आदि सत्रों की जानकारी दी। उद्घाटन सत्र में मुख्य वक्ता डॉ जोशी के प्राप्त पाथेय में उन्होंने भारत का गौरवशाली इतिहास विषय पर जानकारी दी तथा एक हजार वर्षों के कालखंड में रानी लक्ष्मीबाई, रानी पद्मिनी, हाडा रानी, नायिका देवी वीरांगनाओ की भूमिका को स्पष्ट करते हुए बहनों को आज के समय में हमारी श्रेष्ठ सनातन संस्कृति के महत्व को समझते हुए देश, धर्म और संस्कृति की रक्षा हेतु बहनो को आह्वान किया। मुख्य अतिथि राजाराम ने प्रशिक्षण वर्ग के उद्देश्य को समझाते हुए इस तपस्थली में तप करके वर्तमान में बहनो को किस प्रकार से स्वयं का शारीरिक एवं मानसिक रूप से विकास करके देश व समाज की सुरक्षा में योगदान कर सकती है इसके बारे में विस्तृत रूप से बताया। वर्ग में निशा शर्मा, सीमा जाट, सरिता तंवर, शिवानी कुशवाहा, ललिता पालीवाल, पायल मेवाड़ा, सीमा पारीक, स्वीटी शर्मा, प्रीति साहू, दीया सोनी, पायल वैष्णव, सोनम पुरोहित, प्रीति मानावत, भूमि मानावत, रूपा चदाना, ममता सेन, ऐश्वर्या, पूनम राजोरिया, भावना कुमावत, जयश्री, लक्षिता सोनी आदि शिक्षिकाओ द्वारा दंड, नियुद्ध, राइफल, समता, बाधा, छुरिका, योगासन आदि का प्रशिक्षण देंगी।