संगठित अपराध को खत्म करने के लिए शाह ने चलाया गिरोहों के खिलाफ ऑपरेशन
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह दिल्ली-एनसीआर और देशभर में सक्रिय अंतरराज्यीय गिरोहों के खिलाफ कार्रवाई का नेतृत्व कर रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप कई खूंखार अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाया जा सका है। सूत्रों ने बुधवार को यह बात कही।
उन्होंने कहा कि शाह एनआईए और ईडी जैसी एजेंसियों को देश के अंदर और बाहर संचालित आपराधिक नेटवर्क को खत्म करने के लिए अधिक शक्तियां देकर उन्हें मजबूत बनाने की भी वकालत कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि शाह नियमित समीक्षा बैठकें कर रहे हैं और समय-समय पर पुलिस व अन्य एजेंसियों को निर्देश दे रहे हैं। इसके परिणाम स्वरूप कई खूंखार अपराधियों और उनके संगठनों को न्याय के कठघरे में लाया गया है और हाल के दिनों में न्याय हुआ है।
सूत्रों ने बताया कि गृहमंत्री ने दिल्ली पुलिस की विशेष इकाइयों को विशेष निर्देश दिए थे कि उन्हें देश या विदेश में छिपने की कोशिश कर रहे संगठित अपराधियों और आतंकवादियों का कानूनी रूप से पीछा करना चाहिए और उन्हें न्याय के दायरे में लाना चाहिए। इन निर्देशों के बाद दिल्ली पुलिस ने अपने विशेष कौशल और जांच तकनीकों का प्रदर्शन किया, जिसके परिणामस्वरूप आपराधिक-आतंकवाद गठजोड़ से जुड़े 51 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है और एक-47, एमपी-5, यूबीजीएल और हैंड ग्रेनेज आदि सहित हथियारों व गोला-बारूद का एक बड़ा जखीरा जब्त किया गया है।
उन्होंने बताया कि इन 51 गिरफ्तारियों ने रिंडा, लांदा और अर्शदीप दल्ला नेटवर्क की कमर तोड़ कर रख दी है, जो विदेश में स्थित हैं और पंजाब में काम कर रहे थे। दिल्ली पुलिस ने शीर्ष अपराधियों को गिरफ्तार करके पड़ोसी राज्यों में अपने समकक्षों की मदद की है। उदाहरण के लिए पंजाब के मोहाली आरपीजी हमले के नाबालिग आरोपी, बरगड़ी मामले में गवाह (प्रदीप कटारिया) की हत्या के आरोपी, सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड का आरोपी (दीपक टीनू) जो पुलिस हिरासत से फरार हो गया, राजस्थान में नागौर कोर्ट के बाहर हत्या का आरोपी, हिमाचल प्रदेश में नालागढ़ कोर्ट के बाहर फायरिंग के आरोपी और उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश के कई अन्य वांछित अपराधियों को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया गया है।
दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने मध्यम स्तर के अपराधियों की 217 गिरफ्तारियां की हैं और भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद जब्त किया है। सूत्रों ने बताया कि दिल्ली पुलिस के इतिहास में संभवत: पहली बार एक खूंखार भगोड़े अपराधी दीपक बॉक्सर को व्यापक, बहु-महाद्वीपीय संयुक्त पुलिस और प्रशासनिक प्रयासों के कारण मेक्सिको से भारत वापस लाया जा रहा है। इसके अलावा, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने अगस्त 2022 में आतंकी-गैंगस्टर-ड्रग नेटवर्क को खत्म करने के लिए तीन मामले दर्ज किए थे। सूत्रों ने कहा कि अब तक की गई जांच से इन नेटवर्कों और उनके सहायक बुनियादी ढांचे को तगड़ा झटका लगा है।
उन्होंने बताया कि जांच में संगठित आपराधिक गिरोहों के सदस्यों, मादक पदार्थ तस्करों और बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई), खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) जैसे संगठनों के गुर्गों और भारत और विदेश से संचालित होने वाले अन्य खालिस्तान समर्थक समूहों के बीच अंतरराष्ट्रीय और घरेलू संबंधों का भी पता चला है। एनआईए द्वारा की जा रही जांच में पंजाब में शौर्य चक्र विजेता बलविंदर सिंह की हत्या, महाराष्ट्र के बिल्डर संजय बियानी की सनसनीखेज हत्या और अंतरराष्ट्रीय कबड्डी आयोजक संदीप नांगल अंबिया की घटनाएं शामिल हैं।
सूत्रों ने बताया कि एनआईए की जांच के दौरान सात राज्यों में अब तक पांच राउंड में करीब 200 स्थानों और ठिकानों पर छापे मारे गए और और तलाशी की योजना है। उन्होंने बताया कि इनमें कुल 27 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, 13 संपत्तियां जब्त या कुर्क की गई हैं, 95 बैंक खातों पर रोक लगाई गई है, 20 लुक आउट सर्कुलर (एलओसी) और 24 गैर जमानती वारंट (एनबीडब्ल्यू) खोले गए हैं और 95 बैंक खातों को फ्रीज कर दिया गया है। दस अचल संपत्तियों और तीन चल संपत्तियों को कुर्क या जब्त किया गया है और इन मामलों में 27 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। 26 आरोपियों के खिलाफ दो मामलों में आरोप पत्र दायर किए गए हैं और आगे की जांच जारी है।