सनरूफ वाली कार खरीदनी चाहिए या नहीं? ये हैं फायदे और नुकसान

सनरूफ वाली कार खरीदनी चाहिए या नहीं? ये हैं फायदे और नुकसान
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कार में सनरूफ का होना न होना इस बात पर ज्यादा निर्भर करता है कि आप जहां रहते हैं वहां की भौगोलिक स्थिति क्या है. क्या आप ऐसी जगह रहते हैं जहां सूरज की रौशनी कम मात्रा में मिल पाती है. या ऐसी जगह जहां ज्यादातर समय मौसम सुहावना रहता है. या ऐसी जगह जहां ये दोनों ही न होकर रास्ते काफी खतरनाक है. आइये हम आपको सनरूफ वाली कार के फायदे और नुकसान बताते है ताकि आप कार लेने से पहले बेहतर चुनाव कर पाएं.

सनरूफ के फायदे 

  • सनरूफ वाली कार होने का पहला फायदा ये है कि बाकी कार के मुकाबले आपको प्रॉपर रौशनी मिलती रहती है जिससे इंटीरियर में ज्यादा स्पेस होने की फील आती है.
  • सनरूफ में लगे टिंटेड ग्लास और सनब्लाइंड कार को सूरज की किरणों से बहुत ज्यादा हीट होने से बचते हैं.
  • सनरूफ वाली कार में आप तुरंत फ्रेस एअर ले सकते हैं बिना किसी ज्यादा शोर-शराबे के और इससे कार के इंजन पर भी कोई फर्क नहीं पड़ता.

सनरूफ के नुकसान

  • अगर आपके पास सनरूफ वाली कार है और किसी चीज के लगने से टूट जाती है या क्रैक हो जाती है तो ये आपकी जेब को काफी ढीला कर सकती है.
  • सनरूफ वाली कार के इंटीरियर में स्पेस की कमी हो जाती है. जिससे अगर कार में बैठने वाले इंसान की लम्बाई ठीक-ठाक है. तो उसके लिए आरामदायक वाली स्थिति नहीं और उसे एडजस्ट करके बैठना पड़ेगा.
  • अगर आप कार की सनरूफ बंद करना भूल गए, तो हो सकता है बारिश में आपकी कार में पानी भर जाये, गर्मी के मौसम में धुल मिटटी या सर्दी में ओस भी जम सकती है.
  • कार क्रैश टेस्ट के रिजल्ट्स के अनुसार सनरूफ की वजह से कार की छत में मजबूती की कमी हो जाती है. जो कि आपके लिए किसी दुर्घटना के समय ज्यादा नुकसानदायक हो सकती है.
  • भारत में मौसम को देखते हुए सनरूफ प्रेक्टिकली उतनी सक्सेज नहीं है. भारत में सनरूफ को एन्जॉय करने का मौसम ही बेहद कम है. यहां लगभग साल भर पूरे दिन तेज सूरज की रौशनी रहती है.
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