राज्य स्तरीय सम्मान समारोह में श्री कल्लाजी वेदपीठ और विश्वविद्यालय का लहराया परचम
चित्तौड़गढ़। राजस्थान संस्कृत अकादमी जयपुर द्वारा श्री कल्ला जी वैदिक विश्वविद्यालय निंबाहेड़ा के कुलपति प्रो. ताराशंकर शर्मा पाण्डेय को श्रेष्ठ साहित्यकार के रूप में भट्ट मथुरानाथ शास्त्री साहित्यसम्मान संस्कृत शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला के हाथों दिया गया। यह सम्मान संस्कृत साहित्य में भट्टयुग प्रवर्तन के मूल एवं गजल विधा के प्रथम प्रयोगधर्मी मनीषी साहित्यकार भट्ट मथुरानाथशास्त्री के नाम से प्रतिवर्ष दिया जाता है। विश्वविद्यालय प्रवक्ता डॉ मृत्युञ्जय तिवारी ने बताया कि इस सम्मान को प्राप्त करने वाले प्रो. ताराशंकर शर्मा पाण्डेय को अनेक राष्ट्रीय एवं राज्यस्तरीय पुरस्कार सम्मान प्राप्त हुए है, जिनमें उनके काव्य अहमेव राधा व कृष्ण पर केन्द्रीय साहित्य अकादमी, भारत सरकार द्वारा संस्कृत अनुवाद पुरस्कार तथा राजस्थान सरकार से संस्कृत साधना सम्मान के साथ अनेक अकादमियों तथा संस्थानों से विविध सम्मान एवं पुरस्कार मिल चुके हैं। इसके साथ ही कल्याण नगरी निंबाहेड़ा स्थित श्री कल्लाजी वेदपीठ एवं शोध संस्थान द्वारा विगत दो दशकों से संचालित निःशुल्क आवासीय वेद विद्यालय की उत्कृष्ठ उपलब्धियों के लिए श्रेष्ठ वेदाश्रम के रूप में राज्य स्तरीय पुरस्कार सम्मान समारोह में प्रशस्ति पत्र व 5100 रुपए का चेक प्रदान कर सम्मानित किया। वेदपीठ से कैलाश चन्द्र मूंदड़ा सम्मान लेने उपस्थित रहे। इस मौके पर साहित्याकादमी अध्यक्ष इकराम राजस्थानी भी मौजूद रहे।