महाकाल मंदिर में अष्टमी पर खास आयोजन, देवी करेंगी मदिरा पान, होगी नगर पूजा

चैत्र शुक्ल पक्ष की अष्टमी यानी महाअष्टमी को धार्मिक नगरी उज्जैन में प्रति वर्ष अनुसार इस वर्ष भी नगर में सुख समृद्धि की कामना को लेकर नगर पूजा व शासकीय पूजा का आयोजन किया जाएगा। इसे लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी है। चैत्र मास की अष्टमी पर पंचायती अखाड़ा निरंजनी द्वारा चौबीस खंबा माता मंदिर पर नगर पूजा की जाती है। इस पूजा में अखाड़े के सचिव व अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी शामिल होंगे। हरसिद्धि शक्तिपीठ पर कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम शासकीय पूजन की परंपरा का निर्वहन करेंगे।
अखाड़ा परिषद के प्रवक्ता गोविंद सोलंकी ने बताया कि पंचायती अखाड़ा निरंजनी चैत्र नवरात्र में सात सालों से नगर पूजा का आयोजन कर रहा है। अखाड़े के सचिव व अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्रपुरी महाराज ने इसकी शुरुआत की थी। नगर पूजा में निरंजनी अखाड़े के साथ विभिन्न अखाड़ों के महामंडलेश्वर शामिल होंगे। नगर पूजा दल में बैंड बाजे, ढोल-नगाड़े आदि शामिल रहेंगे। प्रमुख साधु-संत बग्घी में सवार होकर निकलेंगे। देवी-देवताओं के मंदिर में नए ध्वज लगाए जाएंगे। 
27 किलोमीटर मार्ग पर बहेगी मदिरा की धार
चैत्र नवरात्र की महाअष्टमी पर 29 मार्च 2023 बुधवार को नगर पूजा की जाएगी। सुबह 8 बजे चौबीस खंबा स्थित माता महामाया व महालया को मदिरा का भोग लगाकर पूजा की शुरुआत होगी। शहर के 40 से अधिक देवी-देवताओं के मंदिरों में पूजा-अर्चना के लिए ढोल-ढमाकों के साथ दल रवाना होगा। अनादिकालीन परंपरा के अनुसार 27 किलोमीटर लंबे मार्ग पर मदिरा की धार लगाई जाएगी। पुड़ी और भजिए अर्पित किए जाएंगे।

शक्तिपीठ हरसिद्धि पर होगी शासकीय पूजा
देश के 52 शक्तिपीठों में से एक शक्तिपीठ हरसिद्धि मंदिर में चैत्र नवरात्र की महाष्टमी पर दोपहर 12 बजे शासकीय पूजा होगी। कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम शक्तिपीठ की परंपरा अनुसार माता हरसिद्धि को सौभाग्य सामग्री अर्पित कर नगर की सुख समृद्धि के लिए पूजा अर्चना करेंगे। मंदिर प्रबंधक अवधेश जोशी ने बताया कि शक्ति पीठ में चैत्र व शारदीय नवरात्र की महाअष्टमी पर शासकीय पूजा की परंपरा है। दोपहर में कलेक्टर देश, प्रदेश व नगर की सुख समृद्धि के लिए पूजा अर्चना करते हैं। हरसिद्धि मंदिर में सात्विक पूजा होती है। माता हरसिद्धि को सौभाग्य सामग्री व चुनरी विशेष रूप से अर्पित की जाती है।
महाष्टमी पर होगा देर रात को हवन
शक्तिपीठ हरसिद्धि मंदिर में महाष्टमी व नवमी के संधी काल में हवन होता है। चैत्र व शारदीय नवरात्र की महाअष्टमी पर रात 10 बजे से हवन की शुरुआत हो जाती है। मध्यरात्रि 12 बजे के बाद पूर्णाहुति होती है। बाड़ी (ज्वारे) का विसर्जन भी महानवमी की रात 11.30 बजे के बाद किया जाता है।
