राज्य स्तरीय मैढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार शिक्षक सम्मेलन नाथद्वारा में सम्पन्न
नाथद्वारा। मैढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार शिक्षक संघ राजस्थान द्वारा श्री नाथद्वारा में दो दिवसीय भव्य राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मेलन का आयोजन किया गया। मेढ क्षत्रीय स्वर्णकार शिक्षक संघ के प्रदेश कोषाध्यक्ष श्री उदय लाल स्वर्णकार ने बताया कि इस सम्मेलन में राजस्थान राज्य से विद्यालय एवं महाविद्यालय स्तर के 150 से अधिक स्वर्णकार शिक्षक एवं शिक्षिकाएं एवं प्रदेश कार्यकारिणी के अधिकारी द्वारा अपनी सहभागिता का निर्वहन किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रोफेसर विनीत सोनी विभागाध्यक्ष, वनस्पति विज्ञान, मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय उदयपुर थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता तुलसीराम सोनी प्रदेश अध्यक्ष, मैढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार शिक्षक संघ द्वारा की गई। अति विशिष्ट अतिथि पारस सोनी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, पाली राजस्थान थे। विशिष्ट अतिथि मोहनलाल स्वर्णकार पूर्व तहसीलदार उदयपुर, गिरिराज रूणवाल जिला अध्यक्ष स्वर्णकार समाज राजसमंद, दिलीप रूणवाल नगर अध्यक्ष थे।
शिक्षक सम्मेलन की शुरुआत अजमीढ़ जी एवं श्रीनाथजी के 201 दीप प्रज्वलित कर महाआरती से किया गया। अतिथियों, वार्ताकारों एवं भामाशाह का स्वागत तिलक, ऊपरणा, साफा, शॉल, एवं श्रीनाथजी की प्रतिमा से किया गया। सभी शिक्षकों का स्वागत मंच पर बुलाकर ऊपरणा, तिलक, उपलब्धि प्रमाण पत्र, बैग, डायरी, पेन एवं श्रीनाथजी का चित्र प्रतिरूप देकर किया गया। मैढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष तुलसीराम सोनी द्वारा वर्ष भर की गतिविधियों का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। मुख्य अतिथि एवं वार्ताकार प्रोफेसर विनीत सोनी ने बताया कि उच्च शिक्षा में स्वर्णकार समाज की स्थिति किस प्रकार की हैं। समाज का पिछड़ापन ऊर्जावान शिक्षक ही दूर कर सकते है। इस अवसर पर वार्ताकार डॉ. शिवानी स्वर्णकार, असोसिएट प्रोफेसर- भूगोल, राज. मीरा गर्ल्स कॉलेज, उदयपुर ने करियर काउंसलर के रूप में नौकरी की उपलब्धता एवं अवसर के बारे में बताया।
वार्ताकार उदयलाल सोनी, प्रधानाचार्य, भीलवाड़ा द्वारा स्वर्णकार समाज का इतिहास एवं महाराज अजमीढ़ जी के जीवन वृतांत के बारे में विस्तार से चर्चा की। दहेज प्रथा जैसी कुरीतियों एवं मृत्यु भोज जैसी प्रथाओं पर विचार विमर्श मनमोहन सोनी, प्रधानाचार्य बाड़ी, रायपुर द्वारा किया गया। शिक्षकों की विविध समस्याओं पर चर्चा एवं आधुनिक तकनीकी का शिक्षा में प्रयोग कैसे करें इस विषय पर भी चर्चा की गई।
विशिष्ट अतिथि मोहनलाल स्वर्णकार पूर्व तहसीलदार उदयपुर द्वारा जिनकी बेटियां होती हैं वह परियों के देश में रहते हैं पर संगीतमय प्रस्तुति दी। वही मनमोहन एवं पुखराज सोनी द्वारा सम्मिलित रूप से मंच पर स्वर्ण संगीत की प्रस्तुति दी। सरस्वती वंदना श्रीनाथ वंदना एवं गणेश नृत्य की प्रस्तुति पायल राजवीरा चेतना एवं समूह द्वारा दी गयी। विशिष्ट अतिथि भेरूलाल स्वर्णकार जीएसटी कस्टम ऑफिसर ने कहा कि पढ़ने में होशियार बच्चों के लिए निशुल्क व्यवस्था भामाशाहों द्वारा की जानी चाहिए। महेश सोनी रोजगार प्रकोष्ठ प्रभारी द्वारा स्वर्णकार बंधुओं को रोजगार उपलब्ध कराने हेतु मार्गदर्शन प्रदान किया। सम्मेलन में मैढ़ स्वर्णकार शिक्षक संघ के अध्यक्ष पद हेतु हंसराज सोनी सांचौर को निर्विरोध अध्यक्ष बनाया गया। जिसे कार्यक्रम अध्यक्ष द्वारा शपथ ग्रहण करवाया गया। चुनाव कार्यक्रम की रूपरेखा गोपाल लाल स्वर्णकार बिजोलिया द्वारा रखी गई। कार्यक्रम में संचालन डॉ प्रहलाद सोनी एवं सहयोगी पायल सोनी द्वारा किया गया।