स्वदेशी युद्धपोत से ब्रह्मोस का सफल परीक्षण, अब समुंदर में भारत ने दी चीन और पाकिस्तान को पटखनी
नई दिल्ली। भारतीय समुदी क्षेत्र में बुधवार को भारत की सबसे खतरनाक ब्रह्मोस मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया। इसे स्वदेशी जंगी विध्वंसक जहाज आईएनएस इंफाल से दागा गया। मझगांव डॉकयार्ड में तैयार किया गया यह जहाज इस साल भारतीय नौ सेना में शामिल किया जाएगा। यह पहली बार है कि किसी नए जहाज से ब्रह्मोस मिसाइल परीक्षण किया गया। भारतीय नौसेना अधिकारियों ने बताया है कि ब्रह्मोस मिसाइल का निशाना इतना सटीक था कि वह बुल आई में जाकर लगा। इतना ही नहीं 90 डिग्री पर घूमकर इसने दुश्मन ठिकाने को तबाह किया। इसकी रेंज में पाकिस्तान और चीन जैसे दुश्मन भी आ गए हैं। समुद्री वर्जन की मारक क्षमता अब काफी बढ़ गई है।
ये हैं आईएनएस इंफाल...
7400 टन है इसका डिस्प्लेसमेंट
535 फीट लंबा युद्धपोत
33 किलोमीटर प्रतिघंटा रफ्तार
45 दिनों तक समुद्र में रहने की क्षमता
04 रिजिड बोट्स भी इसमें उपलब्ध
48 वर्टिकल लॉन्च सिस्टम से लैस है युद्धपोत
डीजल और बिजली से चलता है युद्धपोत
ये है खासियत...
90 डिग्री पर घूमकर दुश्मन करती है तबाह
04 समुद्री वर्जन है मौजूद
07 से अधिक युद्धपोतों पर है तैनात
28 फीट लंबी है ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल
290 किलोमीटर तक करेगी मार
200 किलोग्राम परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम
800 किलोमीटर तक इसी रेंज को घटा बढ़ा सकते हैं
3000 किलोग्राम है ब्रह्मोस मिसाइल का वजन
4300 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से करती है हमला
1.20 किलोमीटर प्रति सेकेंड है इसकी गति
10 मीटर की ऊंचाई पर उड़ान भरने में सक्षम
सीकर और बूस्टर से लैस हुई मिसाइल
रैमजेट इंजन इसे घातक, सटीक और तेज बनाता है
ब्रह्मोस हवा में ही अपनी दिशा और निशाना बदलने में सक्षम है
ब्रह्मोस दुश्मन के राडार को चकमा देने में भी तेज है