टीएमसी सांसदों ने सीतारमण, ईडी और सीबीआई से अडाणी की गिरफ्तारी की मांग की
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसदों के प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के कार्यालयों पहुंचकर कारोबारी गौतम अदाणी की गिरफ्तारी की मांग की। प्रतिनिधिमंडल में टीएमसी के वे राज्यसभा और लोकसभा सदस्य शामिल थे, जो बीते सप्ताह से उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। टीएमसी सांसदों का कहना है कि वह करीब 1.20 लाख करोड़ रुपये की वित्तीय अनियमितताओं के लिए जिम्मेदार हैं।
पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट में कहा गया, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार को पारदर्शी छवि की तुलना में गौतम अदाणी की ज्यादा परवाह है। हमारे सांसदों ने वित्त मंत्रालय, ईडी और सीबीआई के अधिकारियों को विरोध में हस्ताक्षरित टोपी सौंपी। इस मुद्दे पर किसी चर्चा से बचने के लिए संसद को बाधित करने की भाजपा की रणनीति काम नहीं करेगी। टीएमसी ने कहा, हम भ्रष्टाचार की समस्या के आगे नहीं झुकेंगे। हम न्याय और जवाबदेही के लिए अपनी लड़ाई में मजबूती से डटे रहेंगे।
प्रतिनिधिमंडल में टीएमसी की लोकसभा सदस्य प्रतिमा मंडल, अबू ताहिर खान, खलीलुर रहमान, सुनील कुमार मंडल और अपरूपा पोद्दार और राज्यसभा सदस्य डोला सेन, शांतनु सेन, अबीर रंजन बिस्वास, मौसम नूर, सुष्मिता देव, शांता क्षेत्री शामिल थे। इस प्रतिनिधिमंडल ने सीतारमण, ईडी और सीबीआई के कार्यालयों का दौरा किया।
सीबीआई अधिकारी से मिलने पहुंचे तृणमूल कांग्रेस के सांसदों ने आरोप लगाया कि उन्हें सीबीआई परिसर में प्रवेश नहीं करने दिया गया और उनकी मंजूरी के बिना उनकी वीडियोग्राफी की गई। उन्होंने कहा, सीबीआई कार्यालय में हमारे नेताओं के प्रवेश पर रोक लगाना इस बात का स्पष्ट संकेत है कि भ्रष्ट लोग डरे हुए हैं। हम अदाणी की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। टीएमसी ने अदाणी के खिलाफ लगे आरोपों पर संसद में प्रधानमंत्री से जवाब मांगा कि कारोबारी को अभी तक गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया है और भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) व जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के धन को कहां निवेश किया जा रहा है।