शिक्षकों ने प्रताड़ित करने के खिलाफ दिया ज्ञापन
चित्तौड़गढ़। राजस्थान शिक्षक संघ प्रगतिशील के प्रदेश कोषाध्यक्ष कालुराम खटीक एवं जिलाध्यक्ष गोपाल स्वरूप त्रिपाठी के नेतृत्व में आधार, जन आधार प्रमाणीकरण के नाम पर शिक्षकों को प्रताड़ित किये जाने के खिलाफ मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री, मुख्य सचिव, निदेशक के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। राज्य सरकार की जनकल्याणकारी निःशुल्क यूनिफॉर्म योजना अंतर्गत छात्र-छात्राओं के यूनिफॉर्म सिलाई की राशि 200 डीबीटी के तहत हस्तांतरित किये जाने की प्रक्रिया में करने की योजना है, इस हेतु उच्चाधिकारी बार-बार शिक्षकों पर दबाव बना रहे हैं कि छात्र छात्राओं का जन आधार प्रमाणीकरण शीघ्र करें परंतु पूर्व में जनाधार में गलतियां होने तथा कुछ छात्र छात्राओं का नाम जनाधार में जुड़ा नहीं होने के कारण उनका प्रमाणीकरण नहीं हो पा रहा है। परीक्षाओं का समय है फिर भी शिक्षक अभिभावकों के घर-घर जाकर उन्हें जनाधार में छात्र-छात्राओं का नाम जुड़वाने के लिए प्रेरित कर रहे है। इतना प्रयास करने के बावजूद भी अभिभावकों के सहयोग न करने के कारण बालक बालिकाओं का जनाधार में नाम नहीं जुड़ पा रहा है जिसका जिम्मेदार भी शिक्षकों को मानते हुए उन्हें उच्च अधिकारियों द्वारा विभागीय कार्रवाई की अनुचित धमकी दी जा रही है। जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर यह अवगत कराया गया कि जो छात्र छात्राएं जनाधार प्रमाणीकरण से वंचित है उनके अभिभावकों की स्वप्रमाणित बैंक पासबुक की प्रति लेकर पिओ द्वारा उनके अकाउंट में राशि ट्रांसफर कर दी जाए। ज्ञापन में गोपेश कोदली, शंभू सिंह, श्याम सिंह, राधेश्याम खटीक, नाना लाल सुथार, सूर्यकांत कोलंबिया, अम्बालाल जीनगर, राजेन्द्र निमावत, किशनलाल बलाई, शाहीद हुसैन, शिव कोदली, दिनेश सालवी, सुभाष गारू, राम खिलाड़ी मीणा, अशोक जोशी, रजनीश साहू, अरुण वसीटा आदि पदाधिकारी उपस्थित रहे।