टनल के अंदर बना अस्थायी अस्पताल, एनडीएमए का दावा- अभी करीब दो मीटर खोदाई बाकी

टनल के अंदर बना अस्थायी अस्पताल, एनडीएमए का दावा- अभी करीब दो मीटर खोदाई बाकी
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दिवाली के दिन से उत्तरकाशी की निर्माणाधीन सुरंग में कैद 41 श्रमिक कभी भी बाहर निकाले जा सकते हैं। सुरंग के अंदर मेडिकल की टीम पहुंच गई है। मजदूरों के परिजनों को भी सुरंग के पास बुलाया है। परिजन मजदूरों के साथ अस्पताल जाएंगे। यहां पढ़ें हर पल का अपडेट...

 

जिला अस्पताल से लेकर साइट तक बेड तैयार: एनडीएमए सदस्य

एनडीएमए सदस्य ने कहा कि जिला अस्पताल में 30 बेड की व्यवस्था की गई है और 10 बेड का इंतेजाम साइट पर ही किया गया है। चिनूक रात में उड़ान भर सकता है, लेकिन मौसम इसके लिए अनुकूल नहीं प्रतीत हो रहा है और फिलहाल इसकी आवश्यकता प्रतीत नहीं हो रही है। इमरजेंसी में एम्बुलेंस से श्रमिकों को ऋषिकेश एम्स ले जाया जा सकता है।

 

58 मीटर तक जाना अभूतपूर्व उपलब्धि: एनडीएमए सदस्य

एनडीएमए के सदस्य लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) सैयद अता हसनैन ने कहा, रातभर काम किया गया है, हमारी टीम बहुत ही मुश्किल काम कर रही है। 58 मीटर तक जाना ये अभूतपूर्व उपलब्धि है। हम कह सकते हैं कि हम आर-पार हो गए हैं, सभी एहतियात बरते गए हैं।

 

अभी दो मीटर खोदाई बची है: एनडीएमए के सदस्य

एनडीएमए के सदस्य लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) सैयद अता हसनैन ने कहा कि हम कामयाबी के करीब हैं। अभी 2 मीटर की खोदाई बची है। अभी मैनुअल काम चल रहा है। हम 58 मीटर खोदाई कर चुके हैं। अंदर फंसे मजदूरों ने कहा है कि वे काम होने की आवाजें सुन सकते हैं।

 

 

सुरंग से निकालने के बाद मजदूरों को किया जा सकता है एयरलिफ्ट

सिल्क्यारा सुरंग से श्रमिकों को निकालने के बाद एयरलिफ्ट किया जा सकता है। इसको लेकर चिन्यालीसौर हवाई पट्टी पर चिनूक हेलीकॉप्टर तैनात किया गया है।
 

 

सभी मजदूरों का स्वास्थ्य ठीक: सूत्र

सूत्रों ने बताया कि सभी मजदूरों का स्वास्थ्य ठीक है। सुरंग के अंदर मेडिकल की टीम मौजूद है। किसी भी वक्त मजदूरों को बाहर लाया जा सकता है। 

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