श्री राम कथा में भरत वर्णन ने किया भाव विभोर
चित्तौड़गढ़। हर वर्ष की भाँति इस वर्ष भी, बीसीएल इकाई चंदेरिया में श्री राम कथा का आयोजन किया जा रहा है, जिसमे श्रीनाथ भक्ति संस्थान के पंडित आशीष मिश्र द्वारा श्रीरामचरित मानस कथा के भरत चरित्र पर वर्णन किया जा रहा है। कथा के प्रथम दिवस पर कार्यक्रम की शुरुआत भव्य कलश यात्रा से की गई जिसमें एम.पी. बिड़ला चंदेरिया परिवार ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कथा का शुभारम्भ यूनिट हेड देवेश कुमार मिश्रा द्वारा पंडित मिश्र का स्वागत माला अर्पण कर किया गया। एम.पी. बिड़ला चंदेरिया द्वारा यह राम कथा प्रतिदिन सायं 07.45 से 09.00 बजे तक आगामी एक अक्टूबर तक जारी रहेगी। पंडित मिश्र द्वारा प्रथम दिवस भरत चरित्र का वर्णन करते हुए भरत जी के सेवक के भाव को बड़े सुन्दर व विस्तृत रूप से बताया। द्वितीय दिवस भरत चरित्र का वर्णन करते हुए “जहां मालिक के चरण पड़े हो वहां तो सेवक का मस्तक ही पडना चाहिए। सेवा धर्म में केवल बस समर्पण मायने रखता है। सेवा धर्म सबसे कठोर धर्म कहां गया है। आप अपने मालिक की बात टाल नहीं सकते चाहे आपके प्राण समाप्त हो जाएं। इसलिए भरत जी महाराज सेवकों के शिरोमणि हो गए।