खाली पड़े भवन को सैटेलाईट चिकित्सालय में बदलने की कवायद शुरू
चित्तौड़गढ़। लम्बे अर्से से विरान पड़े पुराने महिला एंव बाल चिकित्सालय भवन को पिछले काफी समय से प्रशासन व जनप्रतिनिधियों द्वारा उपयोग के लिये लगातार कवायद के बाद आखिरकार बजट में जिले में सैटेलाईट चिकित्सालय की घोषणा होने पर इस भवन में सैटेलाईट चिकित्सालय प्रारम्भ करने की कवायद प्रारम्भ कर दी गई है। सोमवार को राजस्थान प्रोन्नति प्राधिकरण अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह जाड़ावत, जिला कलक्टर अरविंद पोसवाल, प्रमुख चिकित्साधिकारी डाॅ दिनेश वैष्णव, मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ रामकेश गुर्जर सहित अन्य अधिकारियों द्वारा भवन का निरीक्षण कर आवश्यक निर्देश दिये गये। चिकित्सालय भवन के जीर्णाेद्धार के लिये डेढ करोड़ का वहन करने के बाद यहां सौ बेड का चिकित्सालय होगा, जिसमें 9-10 चिकित्सक व एक एम ओ यहां आने वाले रोगियों को सेवाएं देंगे। निरीक्षण के दौरान भवन में पसरी गंदगी को लेकर सभापति संदीप शर्मा को निर्देशित किया गया। गौरतलब है कि पूर्व में भी मेडिकल काॅलेज की घोषणा होने पर इस भवन में प्रथम फेज मंे संचालित करने के लिये प्रशासनिक अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों द्वारा निरीक्षण करने के बाद इसका जीर्णोद्धार कराया गया था, लेकिन मेडिकल काॅलेज यहां संचालित नहीं होने से जिर्णोद्धार के बावजूद खाली पड़ा रहा। निरीक्षण के दौरान जाड़ावत ने बताया कि बजट में सैटेलाईट की घोषणा के बाद मुख्यमंत्री ने सभी विभागों को नोटिफिकेशन जारी कर शीघ्र सैटेलाईट चिकित्सालय को प्रारम्भ करने के लिये निर्देशित किया गया। निरीक्षण के दौरान तहसीलदार शिव सिंह, प्रेम प्रकाश मूंदड़ा, शहर कांग्रेस अध्यक्ष अनिल सोनी, रमेश नाथ, बालमुकुंद मालिवाल सहित अन्य अधिकारी, कार्मिक व जनप्रतिनिधि मौजूद थे।