स्कूल के अध्यापक ने युवा साथियों को जोड़ कर गौ रक्षा दल का किया गठन, रात दिन कर रहे हैं गौ सेवा
हमीरगढ़(अल्लाउद्दीन मंसुरी) एक शिक्षक ऐसा भी जो दिन में पढ़ाने जाता है और रात में निराश्रित बेसहारा असहाय लंपी पीड़ित गौमाताओं को ढूंढ ढूंढ के उनका उपचार सेवा कर रहा है! खबर भीलवाड़ा जिले के आसींद उपखण्ड क्षेत्र जाली कस्बे की, इन्होंने गांव के ही युवा साथियों को जोड़कर एक गोरक्षा दल गठित किया,जिसका गोरक्षा दल जाली नाम दिया!
ये संगठन बारी बारी से 24 घंटे गौमाताओं का इलाज कर रहा हे ओर वो शिक्षक कोई ओर नहीं संस्कृत शिक्षा विभागीय शिक्षक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष गणपत सिंह चारण हैं
इन्होंने जनसहयोग के लिए सोशियल मीडिया का सहारा लिया ओर सोशल मीडिया से इन्हें काफी सारी मदद मिल रही है जैसे वेटनरी दवाईयां,धन सहयोग, गुप्त दान ओर इन्हीं पैसों से ये इन गौमाताओं का इलाज कर रहे हैं!
जहां एक तरफ गौसेवा के लिए कोई आगे नहीं आ रहा वहीं! जाली के नवयुवकों ने मिलकर के गोरक्षा दल जाली के नाम से सेवा संघ बना कर के बीमार असहाय पीड़ित गौमाताओं की 24 घंटे सेवा कर रहे हैं! गोरक्षा दल के सदस्य गणपत सिंह चारण, हस्तीमल सेन, नरपत सिंह, शंकर मोदी, महावीर सिंह चुंडावत इत्यादि ने बताया कि हम लोग दिन हो या रात 40 किलोमीटर के दायरे में बेसहारा लंपी पीड़ित गौमाताओं की सेवा कर रहे हैं !जनसहयोग,धनसहयोग,ओर इसी की बदौलत आज ये टीम दूर दूर तक गौमाता की सेवा में लगी हुई हे टीम ने बताया कि अबतक लगभग 800-1000 के बीच गौमाताओं का सफल इलाज कर चुके हैं ओर खुशी की बात ये हे की सभी गौमाताऐं पूर्णतः स्वस्थ हैं और लगभग 500 किलो तक के आयुर्वेदिक लड्डू गौमाताओं को खिला चुके हैं!
टीम का मुख्य उद्देश्य यही हे की ज्यादा से ज्यादा गौमाता को बचा सके इस नियमित गुप्त दान दाताओं भामाशाहों से भरपूर सहयोग प्राप्त हो रहा है !