मुखियाओं को अफीम पट्टा वितरण का कार्य जारी
चित्तौड़गढ़। वर्ष 2023-24 में अफीम की बुवाई को लेकर बंदोबस्त का कार्य शुरू हो गया है। तीन अक्टूबर से ही लाइसेंस वितरण की प्रक्रिया हो रही है। इस बार पॉलिसी में बदलाव हुआ है और अफीम लाइसेंस के लिए किसान ऑनलाइन आवेदन कर रहे हैं। इसकी जांच के बाद ऑनलाइन स्वीकृति भी विभाग की ओर से जारी हो रही है। दस्तावेज विभाग के कार्यालय में लाने और लाइसेंस लेने के लिए गांव के मुखिया जिला अफीम अधिकारी कार्यालय पहुंच रहे हैं। पहली बार ऑनलाइन हुई इस व्यवस्था में परेशानी का सामना भी करना पड़ रहा है। बार-बार वेबसाइट क्रेश होकर बंद हो रही है। इससे आवेदन की प्रक्रिया में परेशानी के साथ ही काफी इंतजार हो रहा है। जानकारी के अनुसार केंद्रीय वित्त मंत्रालय की और से गत माह इस वर्ष अफीम बुवाई को लेकर पॉलिसी जारी की थी। ऐसे में अब किसानों को बुवाई के लिए लाइसेंस देने का कार्य शुरू किया जा चुका है। तीन अक्टूबर से ही बंदोबस्त का कार्य जारी है। जिला मुख्यालय पर जिला अफीम अधिकारी कार्यालय खंड प्रथम, द्वितीय और तृतीय आते हैं। इसमें अलग-अलग तहसील के गांव आते हैं। तीन ही स्थानों पर प्रतिदिन कार्यक्रम जारी कर अफीम गांव के मुखिया को बुला कर लाइसेंस दे रहे है। इस बार केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो ने किसान को लाइसेंस वितरण के लिए नई व्यवस्था की है। इस बार किसान को ई मित्र पर जाकर ऑनलाइन पंजीयन करना है। विभाग के अधिकारी भी पंजीयन की जांच कर स्वीकृति दे रहे हैं। आवेदन स्वीकृत होने के बाद गांव का मुखिया अफीम अधिकारी कार्यालय में दस्तावेज लेकर आता है। बाद में किसान को बुवाई के लिए लाइसेंस जारी कर रहे है। इस प्रक्रिया में कुछ परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। विभाग की वेबसाइट धीमे चल रही है या क्रेश हो रही है। इससे आवेदन करने वाले किसान के अलावा विभाग के अधिकारी भी परेशान हो रहे हैं।