प्रभु को पाने के लिए मन में दृढ़ संकल्प होना चाहिए
चित्तौडगढ़़। परशुराम भागवत सेवा समिति के तत्वाधान में आयोजित हो रही श्री चमत्कारी सांवरिया सेठ मंदिर प्रांगण में भागवत ज्ञान गंगा यज्ञ के तृतीय दिवस में विदुर चरित्र हिर्नाक्ष का उद्धार, कपिल देव व ध्रुव चरित्र एवं ऋषभदेव चरित्र का वर्णन किया गया। कथा व्यास भागवत आचार्य पंडित जनार्दन मौड़ ने प्रभु के चरित्रों का वर्णन करते हुए बताया कि छोटे से ध्रुव महाराज 5 वर्ष की आयु में कठोर तप करके मन में दृढ़ संकल्प प्रभु को पाने के लिए किया एवं प्रभु ने उनको अपना ध्रुव लोक पद प्राप्त कराया। कथा के मुख्य यजमान एसके मौड़, विशिष्ट अतिथि घनश्याम सिंह राणावत, नटखट हनुमान मंदिर के सभी सदस्यगण, राष्ट्रीय व्यापार संघ के विजय मलखान, विश्व हिंदू शक्ति संगठन के पदाधिकारी एवं गायत्री मंदिर के जगदीश जोशी, सर्वेश्वर महादेव मंदिर चामती खेड़ा के लक्ष्मी नारायणडाड आदि ने कथा व्यास को ओपर्णा उडकऱ सम्मान किया एवं दानदाताओं के द्वारा मंदिर निर्माण के लिए सहयोग राशि दी गई।