भीषण गर्मी से मिलेगी राहत, देश के अधिकांश हिस्सों में पांच दिनों तक लू चलने की संभावना नहीं

भीषण गर्मी से मिलेगी राहत, देश के अधिकांश हिस्सों में पांच दिनों तक लू चलने की संभावना नहीं
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भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शनिवार को कहा कि अगले पांच दिनों तक देश के ज्यादातर हिस्सों में लोगों को भीषण गर्मी की स्थिति से राहत मिलने के संकेत हैं। विभाग ने कहा कि चक्रवाती हवाओं का एक क्षेत्र उत्तर पश्चिमी मध्यप्रदेश और दूसरा आंतरिक तमिलनाडु पर बना हुआ है। अपेक्षाकृत कम दबाव का क्षेत्र उत्तर पश्चिमी मध्यप्रदेश से तेलंगाना होते हुए दक्षिण तमिलनाडु तक बनने का अनुमान है।निजी मौसम एजेंसी ‘स्काईमेट वेदर’ ने कहा कि एक और कम दबाव का क्षेत्र (ट्रफ) पूर्वोत्तर बिहार से झारखंड होते हुए ओडिशा तक बना हुआ है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि ‘ट्रफ’ से आमतौर पर बादल छाते हैं और बारिश होती है, जिससे तापमान में गिरावट आती है। विभाग के अनुसार देश के कई हिस्सों में लोगों को पिछले कुछ दिनों से लू की स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। उत्तरी और मध्य मैदानी इलाकों में अधिक तापमान की वजह से स्थानीय प्रशासन को या तो स्कूलों का समय बदलने या मौसम में सुधार होने तक स्कूलों को बंद करना पड़ा था। 

यहां तक कि पूर्वी पहाड़ियों में भी चाय उत्पादकों ने अपेक्षाकृत उच्च तापमान और लंबे समय तक सूखे की शिकायत की, जिसके कारण चल रहे फ्लश सीजन के दौरान फसल को नुकसान हुआ। दिल्ली और उसके आस-पास के इलाकों में शनिवार को लोगों को तेज धूप से बचने के लिए स्कार्फ का इस्तेमाल करते और पेड़ों के नीचे शरण लेते देखा गया। राष्ट्रीय राजधानी में अधिकतम तापमान 36.8 डिग्री सेल्सियस रहा। हालांकि, दिल्ली के कुछ हिस्सों में शनिवार को हल्की बारिश भी हुई। महाराष्ट्र में सरकार ने 15 जून तक राज्य बोर्ड से संबद्ध सभी स्कूलों को बंद कर दिया है। विदर्भ क्षेत्र के लिए गर्मी की छुट्टी 30 जून तक बढ़ा दी गई है।


इस महीने की शुरुआत में, विभाग ने उत्तर-पश्चिम और प्रायद्वीपीय क्षेत्रों को छोड़कर, अप्रैल से जून तक देश के ज्यादातर हिस्सों में सामान्य से अधिक अधिकतम तापमान का अनुमान जताया था।  इस अवधि के दौरान देश के मध्य, पूर्व और उत्तर-पश्चिम भागों में सामान्य से अधिक गर्मी की लहर के दिनों का अनुभव होने की उम्मीद है।जहां कुछ क्षेत्रों में शुक्रवार से लू की स्थिति से राहत मिलनी शुरू हो गई है, वहीं कुछ अन्य क्षेत्रों में जैसे उत्तर-पश्चिम, मध्य और पूर्वी भारत, आंतरिक गुजरात और महाराष्ट्र, तटीय आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, पुडुचेरी और केरल में अधिकतम तापमान लगभग 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है। शनिवार को पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र को छोड़कर देश के बाकी हिस्सों में अधिकतम तापमान लगभग 35 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आईएमडी ने शनिवार को कहा कि गंगा नदी के कारण पश्चिम बंगाल, बिहार और ओडिशा में लू की स्थिति में कमी आई है।आईएमडी ने कहा कि अगले पांच दिनों के दौरान भारत के अधिकांश हिस्सों में लू चलने की कोई संभावना नहीं है।

बिहार और विदर्भ में ओलावृष्टि की संभावना
मौसम कार्यालय ने कहा कि अगले तीन दिनों में ओडिशा के कुछ हिस्सों में और अगले दो दिनों में बिहार में और विदर्भ में सोमवार को ओलावृष्टि की संभावना है। रविवार को तमिलनाडु और केरल के कुछ हिस्सों में और सोमवार को ओडिशा में भारी बारिश की संभावना है। दक्षिण हरियाणा, पूर्वोत्तर राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में रविवार को धूल भरी आंधी चलने की संभावना है।स्काईमेट ने कहा कि पूरे पूर्वोत्तर, पश्चिम बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में छिटपुट बारिश की उम्मीद है। पश्चिमी हिमालय, हरियाणा के कुछ हिस्सों, पंजाब, बिहार, दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश, दक्षिण-पूर्व मध्यप्रदेश, आंध्र प्रदेश और दक्षिण-आंतरिक कर्नाटक में छिटपुट बारिश के साथ गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।

पश्चिम बंगाल में बारिश का अनुमान
मौसम विभाग ने बताया कि पश्चिम बंगाल के ज्यादातर हिस्सों में शनिवार को अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से कम दर्ज किया गया, साथ ही अगले 24 घंटे में कई क्षेत्रों में हल्की बारिश होने का अनुमान जताया गया है। विभाग ने बताया कि कोलकाता में तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक 37 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अगले 24 घंटे में दक्षिण बंगाल के जिलों में हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान है।

बिहार में हुई हल्की बारिश
बिहार में अलग-अलग स्थानों पर हुई हल्की बारिश से लोगों को चिलचिलाती गर्मी से कुछ राहत मिली और तापमान में कुछ डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। आईएमडी ने कहा कि सारण जिले के जीरादेई में राज्य में अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। विभाग ने बताया कि बिहार के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान में भी मामूली गिरावट दर्ज की गई, जिससे पिछले कुछ दिनों में राज्य में भीषण गर्मी से कुछ राहत मिली।

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