कोलेस्ट्रॉल ,शुगर और कई बीमारियों को अकेले कंट्रोल करती हैं ये पत्तियां, ऐसे करे उपयोग

हाई कोलेस्ट्रॉल और डायबिटीज जैसी बीमारियां सायलेंट किलर कहलाती हैं. ये दोनों ही बीमारियां इतनी खमोशी के साथ शरीर पर अटैक करती हैं कि शुरुआती स्तर पर तो इनका पता ही नहीं चल पाता. जब इनके लक्षण दिखने शुरू होते हैं, तब तक बहुत देर हो चुकी होती है. इसलिए इन बीमारियों से बचने का सबसे आसान तरीका है, हेल्दी लाइफस्टाइल और सही डायट.
इन दोनों जानलेवा बीमारियों से बचने के लिए आप अपनी डेली डायट में डिल लीव्स का उपयोग कर सकते हैं. क्योंकि इन पत्तियों का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रहता है और यदि पहले से बढ़ गया हो तो धीरे-धीरे संतुलित होने लगता है. यही बात डायबिटीज पर भी लागू होती है. डिल लीव्स का सेवन करने से ब्लड में शुगर का स्तर सामान्य बना रहता है. लेकिन यदि ये पहले ही बढ़ गया हो तो डिल लिव्स के प्राकृतिक गुण डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद करते हैं.
कैसे करें डिल लीव्स का सेवन ?
- आमतौर पर डिल लीव्स को गार्निशिंग के लिए यूज किया जाता है. यानी किसी डिश को तैयार करने के बाद सर्विंग से पहले उसे डैकोरेट करने में. लेकिन इनका उपयोग आप चटनी, सूप और फिलर्स में भी कर सकते हैं.
- डिल सीड्स का ऑइल भी मार्केट में मिलता है. आप इसका यूज भी दाल-सब्जी में और सलाद इत्यादि में कर सकते हैं. इसके सेवन से सेहत संबंधी फायदे तो मिलेंगे ही टेस्ट भी बेहतर बनेगा और खुशबू भी अच्छी आएगी.
कोलेस्ट्रॉल कैसे कम करें ?
- डिल लीव्स पर हुई एक स्टडी में सामने आया है कि इनका वॉटर एक्सट्रैक्ट यानी रस कॉलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है. यदि आप जूस, सूप या चटनी में इनका नियमित सेवन करते हैं तो आपको हाई कोलेस्ट्रॉल को नॉर्मल करने में मदद मिल सकती है.
- इसके साथ ही डिल सीड्स का तेल भी कोलेस्ट्रॉल को कम करने में प्रभावी होता है. ऊपर बताई गई विधियों से आप इस तेल का यूज कर सकते हैं. लेकिन कुकिंग में नहीं बल्कि ऊपर से घी की तरह या टेस्ट एनहेंसर की तरह इसका उपयोग करें.
शुगर लेवल कैसे कम करें ?
डिल लीव्स का नियमित रूप से सेवन करते हैं तो यह ब्लड में ग्लूकोज की मात्रा को बढ़ने से रोकती हैं, जिससे डायबिटीज कंट्रोल रहती है. डिल लीव्स में ऐंटिऑक्सिडेंट्स भी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, इस कारण ये डायबिटीज की वजह से बढ़ने वाले ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस को भी कम करने में मदद करती हैं.
आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
