अयोध्या में राम मंदिर, नई संसद के निर्माण समेत राष्ट्रपति के अभिभाषण में इन बातों की भी हुआ जिक्र
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को संसद के दोनों सदनों की बैठक में अपने पहले अभिभाषण में नये संसद भवन, केदारनाथ धाम, काशी विश्वनाथ धाम और महाकाल लोक के निर्माण के साथ साथ अयोध्या धाम के निर्माण का भी उल्लेख किया। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अयोध्या में राम मंदिर निर्माण सहित अयोध्या धाम का निर्माण कार्य करवाया जा रहा है।
राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने अभिभाषण में कहा, ‘‘ हमारी विरासत हमें जड़ों से जोड़ती है और हमारा विकास हमें आसमान को छूने का हौसला देता है। इसलिए मेरी सरकार ने विरासत को मजबूती देने और विकास को प्राथमिकता देने की राह चुनी है।'' उन्होंने कहा कि आज एक तरफ देश में अयोध्या धाम का निर्माण हो रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ आधुनिक संसद भवन भी बन रहा है। गौरतलब है कि राजधानी में जहां नये संसद भवन का निर्माण अपने अंतिम चरण में है वहीं देश के गृह मंत्री अमित शाह यह घोषणा कर चुके हैं कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण जनवरी 2024 तक संपन्न हो जाएगा।
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, ‘‘ एक तरफ हमने केदारनाथ धाम, काशी विश्वनाथ धाम और महाकाल महालोक का निर्माण किया, तो वहीं हर जिले में हमारी सरकार मेडिकल कॉलेज भी बनवा रही है।'' उन्होंने कहा कि एक तरफ सरकार देश में तीर्थों और ऐतिहासिक धरोहरों का विकास कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ भारत दुनिया की बड़ी अंतरिक्ष ताकत बन रहा है। उन्होंने कहा कि भारत ने पहला निजी सैटेलाइट भी प्रक्षेपित किया है। उन्होंने कहा, ‘‘ एक तरफ हम आदि शंकराचार्य, भगवान बसवेश्वर, तिरुवल्लुवर, गुरु नानक देव जैसे संतों के दिखाए रास्ते पर आगे बढ़ रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ आज भारत हाईटेक नॉलेज का केंद्र भी बनता जा रहा है।''
राष्ट्रपति ने कहा कि एक तरफ काशी-तमिल संगम के जरिए ‘‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत'' की भावना को मजबूत किया जा रहा हैं तो वहीं ‘‘एक देश, एक राशन कार्ड'' जैसी आधुनिक व्यवस्था भी बनायी जा रही है । उन्होंने कहा कि डिजिटल इंडिया और 5जी प्रौद्योगिकी में भारत के सामर्थ्य का लोहा आज पूरी दुनिया मान रही है। उन्होंने कहा कि आज भारत जहां योग और आयुर्वेद जैसी अपनी पुरातन विधाओं को पूरी दुनिया तक पहुंचा रहा है, वहीं दूसरी तरफ वह, ‘‘विश्व की फार्मेसी'' की नई पहचान भी सशक्त कर रहा है।