आपके फोन में भी हैं ये दो खतरनाक एप तो तुरंत करें डिलीट, चीन भेज रहे आपका पर्सनल डाटा

आपके फोन में भी हैं ये दो खतरनाक एप तो तुरंत करें डिलीट, चीन भेज रहे आपका पर्सनल डाटा
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यदि आप एंड्रॉयड फोन का इस्तेमाल करते हैं तो आपको अलर्ट रहने की जरूरत है। गूगल प्ले स्टोर पर दो खतरनाक एप मिले हैं, जो आपके डाटा की चोरी कर रहे हैं और चीन भेज रहे हैं। एक साइबर सिक्योरिटी एनालिस्ट फर्म के अनुसार, इन एप द्वारा चुराए गए डाटा को चीन के सर्वर पर देखा गया है। कंपनी का कहना है कि इन एप को 10 लाख से ज्यादा लोगों द्वारा डाउनलोड किया गया है। यानी लाखों यूजर्स स्पाइवेयर से लैस इन एप से प्रभावित हो सकते हैं।

 

ये एप कर रहे डाटा चोरी

एक ब्लॉग पोस्ट में मोबाइल साइबर सिक्योरिटी एनालिस्ट कंपनी Pradeo का दावा है कि उसने गूगल को इस सर्च के बारे में सतर्क किया है। चीनी स्पाइवेयर वाले दो एप "फाइल रिकवरी और डाटा रिकवरी" और "फाइल मैनेजर" हैं। दोनों को एक ही डेवलपर द्वारा पब्लिश किया गया है, जिसका नाम वांग टॉम है। जैसा कि नाम से पता चलता है, ऐप यूजर्स को डाटा मैनेज करने में मदद करता है और कुछ मामलों में आपके फोन, टैबलेट या किसी भी एंड्रॉयड डिवाइस से हटाई गई फाइलों को रिस्टोर करने में मदद करता है। यदि यूजर्स अभी भी इन एप्स का उपयोग कर रहे हैं तो उन्हें इनको तुरंत हटाने की सलाह दी गई है। 

ऐसे दिया गूगल को चकमा

इन एप्स ने किसी तरह अपने द्वारा कलेक्ट किए गए डाटा को घोषित करने के लिए एप्स के लिए गूगल प्ले के नियम को चकमा दिया है। गूगल प्ले स्टोर पर उपरोक्त दोनों एप्लिकेशन के प्रोफाइल घोषणा करते हैं कि वे यूजर्स के डिवाइस से कोई डाटा कलेक्ट नहीं करते हैं, जिसे साइबर सिक्योरिटी फर्म ने गलत जानकारी पाया। इसके अलावा वे घोषणा करते हैं कि यदि डाटा कलेक्ट किया गया था, तो यूजर्स इसे हटाने का अनुरोध नहीं कर सकते, क्योंकि यह जीडीपीआर जैसे डाटा संरक्षण कानूनों के खिलाफ है।

यह डाटा चुरा रहे एप

रिसर्च फर्म का कहना है कि यह एप यूजर्स की कॉन्टैक्ट लिस्ट से जुड़े सभी अकाउंट की कॉन्टैक्ट लिस्ट, यूजर्स की रियल टाइम लोकेशन, मोबाइल कंट्री कोड, नेटवर्क प्रोवाइडर का नाम, कोड,  सिम प्रोवाइडर का नेटवर्क नंबर, डिवाइस ब्रांड और मॉडल जैसी जानकारी चुरा रहे हैं। रिसर्च फर्म का सुझाव है कि यूजर्स को एप्स डाउनलोड करने से पहले रिव्यू देखना चाहिए। एप्स अक्सर कई डाउनलोड के साथ दिखाई देते हैं, लेकिन कोई भी रिव्यू लाल झंडे नहीं उठाती। सिक्योरिटी फर्म का यह भी कहना है कि यूजर्स को एप को अनुमति देने से पहले उन्हें ध्यान से पढ़ना चाहिए।

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