कैंसर का पता चलते ही इस तरह शुरू होता है इलाज और दवाईयों का सिलसिला

हर साल कैंसर से लाखों लोगों की मौत होती है. कैंसर ऐसी खतरनाक बीमारी है जिसके शुरुआती लक्षण तो आम होते हैं लेकिन यह धीरे- धीरे शरीर को अपने गिरफ्त में लेती हैं. जिसके कारण अगर टाइम से इसका इलाज नहीं किया गया तो यह मौत के मुंह तक लेकर जा सकती है. कैंसर इतनी खतरनाक बीमारी होती है कि यह जिस बॉडी पार्ट पर हमला कर दे उसे पूरी तरह से धीरे-धीरे खराब कर देती है. ऐसे में सवाल यह है कि कैंसर में आखिर होता क्या है?
जैसा कि आपको पता है कि हमारा शरीर बहुत सारे सेल्स से बना हुआ है. इन सेल्स में हमेशा विभाजन होता रहता है. यह एक तरह का प्रोसेस है. जिसपर बॉडी का पूरा कंट्रोल रहता है. हालांकि जब यही सेल्स काफी मात्रा में बढ़ने लगे और शरीर का उस पर कंट्रोल खत्म हो जाए तो उसे कैंसर कहा जाता है.
सेल्स का बढ़ना जब कंट्रोल से बाहर हो जाए तो यह आपकी पूरी बॉडी के लिए खतरनाक साबित हो सकता है. साइनटिस्ट के मुताबिक डीएनए में अलग तरह का बदलाव कैंसर का कारण बन सकती है. ट्यूमर में एक ही तरह के सेल्स होते हैं. जिसकी वजह से कैंसर फैलती है. 'विश्व स्वास्थ्य संगठन' के मुताबिक पूरी दुनिया में कैंसर से होने वाली मौत का आंकड़ा काफी ज्यादा है. कैंसर की बीमारी को हल्के में न लें बल्कि इसकी शुरुआती लक्षण को बिना नजरअंदाज किए समय पर इलाज करवाएं.
किन तरीकों से हो सकता है कैंसर का इलाज
सर्जरी – सर्जरी के जरिए भी कैंसर को हटाया जाता है.
कीमोथेरेपी – कीमोथेरेपी के जरिए कैंसर के सेल्स को मारने के लिए दवाओं का इस्तेमाल किया जाता है.
रेडिएशन थेरेपी – रेडिएशन थेरेपी कैंसर के सेल्स को मारने के लिए एक्स-रे या प्रोटॉन जैसे हाई रेंज के रे का इस्तेमाल करती है.
रेडिएशन थेरेपी- आपके शरीर के बाहर एक मशीन के जरिए इलाज करती है.
बोन मेरो ट्रांसप्लांट – बोन मेरो ट्रांसप्लांट आपकी हड्डियों के अंदर की semi-solid टिशू होती है जो खून स्टेम सेल्स से खून सेल्स को बनाती है. बोन मैरो ट्रांसप्लांट, जिसे स्टेम सेल्स ट्रांसप्लांट के रूप में भी जाना जाता है.
