प्राकृतिक पद्धति चिकित्सा शिविर में बताए स्वस्थ रहने के नुस्खे
भीलवाड़ा । श्री केशव स्मृति सेवा प्रन्यास एवं सत्यानंद वेद एवं योग विज्ञान संस्थान बिहार योग विद्यालय की ओर से हरणी महादेव के सामने स्थित सत्यानंद आश्रम में बिना दवा के साथ प्राकृतिक पद्धति द्वारा चिकित्सा की गई। ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद प्रसाद सोडानी ने बताया की शिविर में बिहार योग भारती मुंगेर से प्रशिक्षित योगाचार्य उमा शंकर भाई ने शंख प्रक्षालन विधि के तहत पानी पीकर उल्टी कर पेट की सफाई करने की विधि बताई। उन्होंने कहा कि इससे वात पित्त और कफ नियंत्रित होता है। यह आज के समय की पुकार है। प्राकृतिक चिकित्सा एवं योग करना चाहिए। करीब 40 प्रशिक्षणार्थियों को शंख प्रक्षालन विधि करवाई गई। इसी तरह 8 से 10 गिलास गुनगुने पानी से कुंजल विधि के द्वारा पेट की आंतों की सफाई के बारे में बताया गया और अभ्यास कराया गया। शिविर में पिंकी वर्मा ने कहा कि जब से वह योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा कर रही है तब से उसकी नींद की गोली बंद हो गई है और करीब 20 सालों से उसे दोपहर में ढाई घंटे अच्छी नींद आती है। सुनीता चौधरी ने कहा कि प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति एवं योग से उसका पेट बिल्कुल हल्का हो गया है और उसे हरदम पेट जैसे खाली हो उतना हल्का महसूस होता है। योगाचार्य उमा शंकर भाई ने बताया कि प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति से सभी प्रकार की गैस्टिक, कफ, कब्ज कोलासिटीक, ह्रदय रोग जैसे रोगों से राहत मिलती है। शिविर में कैलाश डाड, सुरेश अजमेरा, मधुसूदन अग्रवाल, रूपा परसरामपुरिया, नवरत्न अजमेरा आदि ने सहयोग किया।